भारत में रहने वाले कट्टरपंथी नेता को बांग्लादेश के बारे में सोचना चाहिए : दिलीप जायसवाल

पटना, 27 नवंबर . बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा पर बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बुधवार को से बातचीत करते हुए अपनी बातें रखी.

उन्होंने कहा कि मैं यह कह रहा हूं कि हर देश में ऐसे विघटनकारी तत्व होते हैं और समाज में विरोधाभास पैदा करने वाले लोग होते हैं. बांग्लादेश में भी कुछ कट्टरपंथी हैं. इन कट्टरपंथी को भारत से सीखना चाहिए, जहां बहुसंख्यक सनातन और हिंदू समाज आदर भाव से सभी को जीने के अधिकार का सम्मान करता है. वैसे कट्टरपंथी नेता जो हिंदुस्तान के अंदर हैं, उनको भी शर्म आनी चाहिए कि बांग्लादेश के मामले पर उनका क्या सोचना है.

बता दें कि इस्कॉन से जुड़े चिन्मय कृष्ण दास को 25 नवंबर को हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) ने हिरासत में लिया था. 26 नवंबर को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया. हालांकि, उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दी गई और जेल भेज दिया गया.

एक अन्य सवाल के जवाब में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 26 नवंबर भारत के इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण दिन था, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मैथिली भाषा को संविधान में शामिल किया. जैसा कि आप जानते हैं, मैथिली बिहार के मिथिलांचल की भाषा है और मिथिलांचल के लोग, चाहे वे दुनिया में कहीं भी रहते हों, उन्हें आज यह जानकर बहुत खुशी हुई होगी कि प्रधानमंत्री मोदी ने मैथिली को इतना महत्व और सम्मान दिया है.

डीकेएम/एबीएम