चेन्नई, 6 नवंबर . तमिलनाडु आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिशन (टीएनएआईएम) मुख्य रूप से रिसर्च और शासन के लिए एआई-संचालित समाधान विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करेगा.
याद रहे कि 2024-25 के राज्य बजट में तमिलनाडु सरकार ने टीएनएआईएम की स्थापना की घोषणा की थी, जो शिक्षा, रोजगार, उद्योग, अनुसंधान और स्वास्थ्य सेवा में एआई के प्रभावी उपयोग पर दिशा-निर्देश प्रदान करेगा.
मिशन एआई के उपयोग के लिए प्रोटोकॉल भी स्थापित करेगा, एआई के विकास और तमिल समाज के लिए उनके निहितार्थों की सावधानीपूर्वक जांच करेगा.
तमिलनाडु सरकार ने टीएनएआईएम को लागू करने के पहले दो वर्षों के लिए 13.93 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं. इस पहल का उद्देश्य अगले पांच सालों के अंदर तमिलनाडु को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) हब में बदलना है.
मुख्यमंत्री स्टालिन की अध्यक्षता में, टीएनएआईएम में शैक्षणिक संस्थानों के सदस्य, एआई उद्योग के विशेषज्ञ और विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधि शामिल होंगे.
तमिलनाडु ई-गवर्नेंस एजेंसी द्वारा तैयार किए गए मिशन दस्तावेज के अनुसार, टीएनएआईएम का प्राथमिक ध्यान शासन के लिए अनुसंधान और एआई-संचालित समाधान विकसित करने पर होगा.
टीएनएआईएम का उद्देश्य सरकार, शिक्षाविदों, उद्यमों और निवेशकों को जोड़ने वाला एक मंच बनाना है, जो साझा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सहयोग को सुविधाजनक बनाता है.
मिशन का उद्देश्य शासन को अधिक स्मार्ट, अधिक डेटा-केंद्रित और सुलभ बनाकर राज्य की डिजिटल अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना है.
तमिलनाडु आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिशन मौजूदा एआई इकोसिस्टम में अंतराल को पाटेगा, डेटा उपलब्धता, एआई फंडिंग, कम्प्यूटेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर, अनुसंधान और नवाचार जैसे क्षेत्रों को संबोधित करेगा.
यह शासन को सरल बनाने, ई-गवर्नेंस नेटवर्क को व्यापक बनाने और सार्वजनिक संस्थानों में एआई अपनाने को प्रोत्साहित करने के लिए भी काम करेगा.
टार्गेटेड पहलों के साथ इन प्रयासों से बौद्धिक और तकनीकी रूप से सशक्त समाज को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है.
टीएनएआईएम का लक्ष्य आम नागरिकों तक अधिकतम सुविधा पहुंचाना है.
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एससीएच/केआर