बेंगलुरु, 2 नवंबर . कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने शनिवार को राज्य सरकार की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की गारंटी से राज्य की वित्तीय स्थिति पर असर पड़ रहा है.
विजयेंद्र ने कहा, “सत्तारूढ़ दल के सदस्यों ने खुद इन गारंटियों पर बार-बार असंतोष व्यक्त किया है. 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले, किसी ने भी कांग्रेस से इन गारंटियों की मांग नहीं की थी, फिर भी उन्होंने इन्हें पेश किया.”
उन्होंने कहा कि वास्तविकता से जुड़ा कोई भी व्यक्ति जानता है कि ‘फ्री लंच’ जैसी कोई चीज नहीं होती. उन्होंने कहा, “कांग्रेस की गारंटी अब राज्य की वित्तीय स्थिति पर दबाव डाल रही है, जिससे कर्नाटक को शून्य विकास वाले राज्य का लेबल मिल रहा है.”
फंड की भारी कमी के कारण एक भी सड़क नहीं बनी है और न ही किसी नए निर्माण की आधारशिला रखी गई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता अब सार्वजनिक रूप से इन वादों पर पुनर्विचार करने की जरूरत को स्वीकार कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कर्नाटक की जनता इस ‘तुगलक दरबार’ को देखेगी और आगामी उपचुनावों में एनडीए का समर्थन करेगी, जिससे तीनों निर्वाचन क्षेत्रों में हमारी जीत सुनिश्चित होगी.
शक्ति योजना की संभावित समीक्षा के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने स्पष्ट किया कि गारंटी योजनाओं के बारे में कोई भ्रम नहीं है और उन्हें सुचारू रूप से लागू किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि इस विषय पर कोई भी चर्चा मंत्रिमंडल के समक्ष लाई जानी चाहिए. अब तक इन योजनाओं को रोकने के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई है. गारंटियों को जारी रखने की पुष्टि करते हुए उन्होंने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी डीके शिवकुमार की बातों को दोहराया है.
उन्होंने कहा, “शिवकुमार ने बार-बार स्पष्ट किया है कि गारंटी जारी रहेगी. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है.”
परमेश्वर ने पूछा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कितने वादे पूरे किए हैं. उन्होंने पूछा, “उन्होंने दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था; क्या वह लागू हुआ है? क्या वादे के मुताबिक सभी की आय दोगुनी हुई है?”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शिवकुमार ने कभी नहीं कहा कि वे गारंटी बंद कर देंगे.
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