जीवन से तनाव को निकाल फेंकने में बेहद कारगर है ‘सॉना बाथ’

नई दिल्ली, 17 अक्टूबर . तेजी से बदलती जीवनशैली में लोग आए दिन तनाव जैसी परेशानियों का सामना करते हैं. तनाव अपने साथ कई तरह की और समस्याएं लेकर आता है. वैसे तो अपने जीवन से तनाव को निकाल फेंकने के लिए कई उपाय हैं, मगर आज हम आपको शरीर के लिए बेहद ही फायदेमंद ‘सॉना बाथ’ के बारे में बताएंगे.

‘सॉना बाथ’ में शरीर की तंदुरुस्ती के लिए हम भाप से भरे एक कमरे में कुछ मिनट बिताकर अपने शरीर में सुधार देख सकते हैं. गुरुग्राम के सीके बिड़ला अस्पताल की चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. सीमा ओबेरॉय लाल ने को बताया, ”सॉना बाथ में शरीर को उच्च तापमान पर रखा जाता है. इससे बॉडी का ब्लड सर्कुलेशन सही होता है. इस बाथ को लेने से व्यक्ति को काफी पसीना आता है जो शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है. यह शरीर से टॉक्सिन्स निकालने का एक अच्छा जरिया होता है.”

उन्होंने कहा कि ‘यह व्यक्ति को तनाव कम करने में भी मदद करता है. यह साथ ही पूरे शरीर को हील करने का काम करता है. इसके साथ ही इसकी गरमाहट शरीर से एंडोर्फिन हार्मोन का स्राव बढ़ता है.”

बता दें कि एंडोर्फिन एक दर्दनाशक हार्मोन है जो शरीर से तब निकलता है जब आपका शरीर दर्द या तनाव महसूस करता है.

उन्होंने आगे कहा, ”त्वचा संबंधी परेशानियों पर भी ‘सॉना बाथ’ बेहतर तरीके से काम करता है. यह त्वचा संबंधी बीमारियों को तो दूर करता ही है त्वचा को बेहतर बनाने का भी काम करता है. यह त्वचा से कई तरह के टॉक्सिन्स बाहर निकालने का भी काम करता है. मुहांसे, कट, एक्जिमा और जलन जैसी परेशानियों के लिए यह बेहद ही लाभकारी है.”

उन्होंने कहा, ”शरीर के किसी भी हिस्से में हो रहे दर्द के अलावा यह जोड़ों के दर्द में आराम देने को काम करता है. कई बार आपने सुना होगा कि जिम करने के बाद ‘सॉना बाथ’ लेने की सलाह दी जाती है, जिससे जिम में आपने जो वर्कआउट किया है, उसका शरीर को फायदा मिल सके. यह आपकी मांसपेशियों की तेज रिकवरी करता है. इससे ऑक्सीजन का प्रवाह पूरे शरीर में बेहतर तरीके से होता है. यह खून को भी जमने से रोकता है.”

‘सॉना बाथ’ किसे लेना चहिए इस पर डॉ. सीमा ओबेरॉय लाल ने कहा, ”इसके लिए बेहद ही जरूरी है कि आप अपनी त्वचा के बारे में अच्छी तरह से जान लें. अगर त्वचा ज्यादा सेंसिटिव है तो इसे लेने के बचें. ऐसे में ठीक होने की बजाय शरीर में कई तरह की बीमारियां पनप सकती हैं.”

एमकेएस/एकेजे