रायचूर (कर्नाटक), 5 अक्टूबर . कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने शनिवार को एक बार फिर दोहराया कि वह किसी भी कारण से इस्तीफा नहीं देंगे. उन्होंने कहा, “मुझे भाजपा या जेडी(एस) से कोई डर नहीं है.”
सीएम ने रायचूर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (मुडा) घोटाले के संबंध में झूठे आरोपों पर इस्तीफा देने की मांग क्यों की जा रही है? ये आरोप निराधार हैं और हम इन आरोपों का जवाब देंगे और लोगों के सामने सच्चाई पेश करेंगे.
सीएम सिद्दारमैया ने आगे कहा, “मैं उन पार्टियों से नहीं डरता क्योंकि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है. अगर मैंने कोई गलत काम किया है तो मुझे डरना चाहिए. क्या किसी ने कहा है कि मैंने कोई गलती की है? अगर झूठे आरोप सामने आते हैं तो क्या कोई इस्तीफा देगा?”
राज्य में सत्ता परिवर्तन को लेकर चल रही बहस के बारे में पूछे जाने पर सीएम सिद्दारमैया ने कहा, “आपको किसने बताया कि मुझे मुख्यमंत्री पद से हटाने पर बहस चल रही है? अगर मंत्री बैठकें करते हैं, तो आप चीजों की कल्पना नहीं कर सकते. अगर मंत्री सतीश जारकीहोली हमारे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलते हैं, तो आप कुछ अंदाजा लगा सकते हैं. ये बैठकें पहले भी हुई हैं और अभी भी चल रही हैं.”
जेडी(एस) विधायक जीटी देवेगौड़ा द्वारा उनका समर्थन किए जाने के बारे में पूछे जाने पर सीएम ने कहा, “जीटी देवेगौड़ा जेडी(एस) पार्टी की कोर कमेटी के अध्यक्ष हैं. वह पार्टी के वरिष्ठ सदस्य हैं. इसके अलावा वे मुडा आयोग के सदस्य भी हैं; इसलिए उन्होंने सच कहा है, इसमें गलत क्या है?”
सीएम सिद्दारमैया ने कहा, “मैं मुडा घोटाले में जीटी देवेगौड़ा की संलिप्तता के बारे में नहीं जानता, क्योंकि मैं मुडा का सदस्य नहीं हूं. मैंने मुडा द्वारा आयोजित किसी भी बैठक में हिस्सा नहीं लिया है. उन्होंने यह भी कहा कि जीटी देवेगौड़ा ने भाजपा और जेडी(एस) द्वारा बेंगलुरु-मैसूर पदयात्रा का विरोध किया था.”
विपक्ष के नेता आर अशोक की इस चुनौती के बारे में पूछे जाने पर कि अगर सीएम सिद्दारमैया अपने पद से इस्तीफा देते हैं तो वह भी अपना इस्तीफा दे देंगे, कर्नाटक मुख्यमंत्री ने कहा, “पहले विपक्ष के नेता आर अशोक को अपने पद से इस्तीफा देने दें. पहले उन्हें अपना इस्तीफा सौंपने दीजिए. उन्होंने सरकारी जमीन हासिल की है और दावा किया है कि कोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया है. हमारे वरिष्ठ मंत्रियों ने उस घोटाले को उजागर किया है. अगर अशोक इस मुद्दे पर इस्तीफा देना चाहते हैं, तो उन्हें इस्तीफा देने दीजिए.”
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