भारत का पर्यटन क्षेत्र 39.5 मिलियन लोगों को देगा रोजगार

नई दिल्ली, 26 सितंबर . भारत का पर्यटन क्षेत्र साल के अंत तक लगभग 39.5 मिलियन रोजगार पैदा करने के लिए तैयार है. वहीं, यह साल 2025 तक बढ़कर 42.3 मिलियन रोजगार के अवसर तक पहुंचने की संभावना है. गुरुवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.

प्रौद्योगिकी और डिजिटल प्रतिभा समाधान प्रदाता एनएलबी सर्विसेज के अनुसार, इन क्षेत्रों में 31 फीसदी प्रत्यक्ष रोजगार होगा, जिसमें टूर गाइड, होटल स्टाफ और टूर ऑपरेटर जैसे पद शामिल हैं.

एनएलबी सर्विसेज के सीईओ सचिन अलुग ने कहा, “इसके तहत जिन लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा. उसमें स्थानीय कारीगरों, लॉजिस्टिक्स और परिवहन ऑपरेटरों, आपूर्ति श्रृंखला श्रमिकों, ऑनलाइन बुकिंग के लिए आईटी समर्थन, डेटा विश्लेषण और भूदृश्य रखरखाव जैसे क्षेत्र शामिल हैं. इन पदों पर 69 फिसदी रोजगार मिलेगा.

विश्व यात्रा एवं पर्यटन परिषद (डब्ल्यूटीटीसी) ने अगले दशक में भारत के यात्रा एवं पर्यटन क्षेत्र के लिए 7.1 प्रतिशत की वार्षिक जीडीपी वृद्धि का अनुमान लगाया है. यह उद्योग अर्थव्यवस्था पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है, जो सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 199.6 बिलियन डॉलर का योगदान देता है. केंद्रीय बजट में, सरकार ने वित्त वर्ष 2025 में पर्यटन के लिए 2,479 करोड़ रुपये आवंटित किए, जो इस क्षेत्र को और बढ़ावा देगा.

अलुग ने कहा, “पर्यटन क्षेत्र का गुणक प्रभाव बहुत मजबूत है, क्योंकि इस क्षेत्र में प्रत्येक प्रत्यक्ष रोजगार से कई अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की उम्मीद है.”

उभरते पर्यटन रुझान साहसिक और स्वास्थ्य पर्यटन के साथ-साथ पाक-कला पर्यटन में बढ़ती रुचि को उजागर करते हैं, क्योंकि यात्री स्थानीय स्वाद का अनुभव करना चाहते हैं. आध्यात्मिक पर्यटन एक प्रमुख आकर्षण बना हुआ है, जो वाराणसी, ऋषिकेश और बोधगया जैसे शहरों में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों पर्यटकों को आकर्षित करता है.

इसके अतिरिक्त, भारत 2020-2021 के लिए चिकित्सा पर्यटन सूचकांक (एमटीआई) में विश्व स्तर पर 10वें स्थान पर है और आने वाले वर्षों में इसके बढ़ने की उम्मीद है, जिससे नर्सों की संख्या में 12 प्रतिशत, डॉक्टरों की संख्या में 10 प्रतिशत और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों की संख्या में 15 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान है.

रिपोर्ट के अनुसार, एक अन्य महत्वपूर्ण प्रवृत्ति बैकपैकर हॉस्टल बाजार की वृद्धि है, जो बजट-अनुकूल और सामाजिक विकल्पों की तलाश करने वाले युवा यात्रियों की जरूरतों को पूरा करता है.

अलुग ने कहा कि यह खंड हॉस्टल प्रबंधकों, इवेंट समन्वयकों और डिजिटल विपणन के लिए अवसर पैदा करेगा, जिससे पर्यटन क्षेत्र में कुल रोजगार में अतिरिक्त 5 प्रतिशत का योगदान होगा.

आरके/जीकेटी