किसानों के लिए जो बीजेपी के मन में था, वह कंगना ने बोल दिया : प्रमोद तिवारी

नई दिल्ली, 25 सितंबर . हिमाचल प्रदेश से भाजपा सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने किसानों पर दिए अपने बयान को लेकर कहा है कि यह उनका व्यक्तिगत बयान था. वह पार्टी के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करतीं. उनके बयान को कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी इसे भाजपा की साजिश मानते हुए कहते हैं कि यह वही कंगना हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने पद्मश्री पुरस्कार दिया था.

उन्होंने से बात करते हुए कहा, “कंगना रनौत कौन हैं, यह समझना जरूरी है. यह वही कंगना रनौत हैं, जिनसे मोदी सरकार इतनी खुश थी कि उन्हें प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने पद्म श्री पुरस्कार दिया. यह वही कंगना हैं, जिन्होंने इंदिरा गांधी पर इमरजेंसी फिल्म बनाई. यह फिल्म कैसे बन रही है, कौन इसे फाइनेंस कर रहा है, कौन इसके पीछे है? यह समझने की बात है. यह वही कंगना रनौत है, जिन्हें मुंबई से मंडी ले जाया गया और चुनाव लड़ाया गया. हिमाचल प्रदेश में चुनाव के दौरान उनकी लोकप्रियता का भरपूर उपयोग बीजेपी ने किया. मोदी जी से लेकर नीचे के नेताओं तक, कंगना रनौत के प्रचार में शामिल होने के लिए लाइन लग गई थी. उनके ग्लैमर को भरपूर उपयोग भाजपा प्रत्याशियों को जिताने में किया गया. बीजेपी नेताओं के लिए कंगना रनौत का ग्लैमर बहुत महत्वपूर्ण था. वह भाजपा नेता और शीर्ष नेतृत्व की करीबी हैं. वह उतनी अनुभवी नहीं हैं, जो भाजपा के मन में है वह वही बोल गई हैं. उन्हें यह नहीं मालूम था कि वह लोग 240 सीटों पर ही अटक जाएंगे.”

उन्होंने कहा, “जिस दिन भारतीय जनता पार्टी की दूसरी पार्टियों से निर्भरता कम हो जाएगी, जिस दिन वह शक्तिमान बनेंगे, उस दिन वह फिर से तीनों काले कानून ले आएंगे. मैं उनसे यह कहना चाहता हूं कि भाजपा जान ले, जब तक कांग्रेस और इंडिया गठबंधन है, तब तक किसानों के खिलाफ काले कानून नहीं लाने देंगे. आप चाहते हैं कि किसानों की संपत्ति और उपज एक ऐसे पूंजीपति की तिजोरी में कैद हो जाए, तो भारत के किसानों को और मुकद्दर को हम किसी पूंजीपति तिजोरी में कैद होने की भाजपा की साजिश के खिलाफ थे, ख़िलाफ़ है और खिलाफ रहेंगे.”

बता दें कि अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत ने निरस्त किए गए तीन कृषि कानूनों को फिर से लागू करने को लेकर टिप्पणी की थी. इस वजह से उन्हें अपनी पार्टी से भी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. इसी बीच, कंगना रनौत ने बुधवार को स्पष्ट किया कि उनके विचार निजी थे और वह पार्टी के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करतीं.

कंगना रनौत ने बुधवार को भाजपा नेता गौरव भाटिया के उस सोशल मीडिया पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि कंगना की ओर से कृषि कानूनों पर दिया गया बयान उनका व्यक्तिगत विचार है. वह भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं.

गौरव भाटिया के एक्स पोस्ट को कोट करते हुए कंगना रनौत ने लिखा, “बिल्कुल, कृषि कानूनों पर मेरे विचार व्यक्तिगत हैं. वह उन बिलों पर पार्टी के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं.”

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