सूडान: सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच झड़प, 11 लोगों की मौत

खार्तूम, 22 सितंबर . सूडानी सशस्त्र बलों (एसएएफ) और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) के बीच सशस्त्र संघर्ष में तीन बच्चों सहित कम से कम 11 लोग मारे गए और 17 अन्य घायल हो गए. यह मुठभेड़ पश्चिमी उत्तर दारफुर राज्य की राजधानी एल फशर में हुई.

गैर-सरकारी सूडानी डॉक्टर्स नेटवर्क ने एक बयान में यह जानकारी दी. समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, बयान में चेतावनी दी गई कि घनी आबादी वाले शहर में 10 मई से जारी संघर्षों से गंभीर मानवीय आपदा पैदा हो सकती है.

बयान के अनुसार, डॉक्टरों के संगठन ने शनिवार को गोलाबारी तत्काल बंद करने और शहर से नाकेबंदी हटाने की मांग की. शहर में 10 लाख से अधिक निवासी रहते हैं, जिनमें से अधिकांश अन्य राज्यों से आए विस्थापित लोग हैं.

डॉक्टरों के संगठन ने अंतरराष्ट्रीय संगठनों से मानवीय सहायता, विशेषकर दवाओं और खाद्य पदार्थों की सप्लाई सुनिश्चित करने, बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए कोशिश करने की अपील की.

इससे पहले सोमवार को मध्य सूडान के एक गांव पर अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) के हमले में करीब 40 नागरिक मारे गए थे.

गैर-सरकारी ग्रुप अबू गौता प्रतिरोध समिति ने इस बारे में एक बयान में कहा, “आरएसएफ ने गेजीरा राज्य के अबू गौता क्षेत्र के गौज अल-नका गांव पर हमला किया.”

इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने शनिवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र प्रमुख, आरएसएफ की तरफ से एल फशर पर बड़े पैमाने के हमले की खबरों से ‘गंभीर रूप से चिंतित’ हैं.

दुजारिक ने कहा कि यूएन चीफ ने अर्धसैनिक बलों से ‘जिम्मेदारी से काम करने और आरएसएफ के हमलों को रोकने का आदेश देने’ की अपील की.

संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के अनुसार, 15 अप्रैल 2023 से सूडान एसएएफ और आरएसएफ के बीच हिंसक संघर्ष में उलझा हुआ है. इस संघर्ष की वजह से कम से कम 16,650 लोगों की मौत हुई है और लाखों लोग विस्थापित हुए हैं.

एमके/एफजेड