नई दिल्ली, 6 सितंबर . ईयरबड्स का अधिक इस्तेमाल करने से कानों को नुकसान हो सकता है. इससे सुनने की क्षमता को न सिर्फ नुकसान पहुंचता है बल्कि बार-बार ईयरबड्स का इस्तेमाल करने से कान में मैल जमा होने लग जाता है, जो कान की नली की गहराई तक पहुंचकर शरीर के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. आइये जानते हैं ईयरबड का इस्तेमाल कितना खतरनाक होता है.
ईयरबड्स का लगातार घंटों तक इस्तेमाल करने से सिरदर्द की समस्या पैदा हो सकती है. इसके कारण सिरदर्द और माइग्रेन होने लगता है. यही नहीं, नींद पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है. इससे अनिद्रा या स्लीप एपनिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
ईयरबड्स के इस्तेमाल से सुनने की क्षमता को बहुत नुकसान पहुंचता है. तेज आवाज में लगातार गाने सुनने से सुनने की क्षमता कम हो सकती है.
लगातार ईयरबड्स यूज करने से कान में मैल जमा हो जाता है. ये मैल कान की नली में गहराई तक पहुंचकर उसे नुकसान पहुंचाता है.
ईयरबड्स के कारण कानों का ब्लड फ्लो भी बुरी तरह से प्रभावित होता है. इसलिए आप रात में सोते समय ईयरबड्स लगाने से बचे, क्योंकि इससे कानों में बड़ी दिक्कत हो सकती है.
ईयरबड्स, दिल की बीमारी के खतरे की भी वजह बनता है. घंटों तक हेडफोन लगाए रखने और म्यूजिक को तेज आवाज से सुनने के कारण इसके सीधा असर दिल पर पड़ता है, जिससे दिल की धड़कन बढ़ जाती है और आगे चलकर बड़ा नुकसान भी उठाना पड़ सकता है.
एक्सपर्ट की मानें तो अगर आप घंटों तक ईयरबड्स का इस्तेमाल करते हैं तो तुरंत ही उन्हें अपने रूटिन में बदलाव कर लेना चाहिए. 60 मिनट से अधिक समय तक ईयरबड्स का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इसके अलावा बीच-बीच में वॉल्यूम को भी कम कर देना चाहिए.
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एफएम/एफजेड