गयाना,26 जून . टी20 विश्व कप 2024 के सेमीफाइनल में इंग्लैंड और भारत की टीमें आमने-सामने है और उनके बीच विस्फोटक मुकाबला होने की पूरी उम्मीद है.
टी20 वर्ल्ड कप 2022 के सेमीफ़ाइनल में भी भारत और इंग्लैंड की टीमें सेमीफ़ाइनल में थी. परिणाम सबको पता है. कहते हैं कि इतिहास ख़ुद को दोहराता है लेकिन इस बार ऐसा लगता है कि इतिहास ने थोड़ी जल्दबाज़ी कर दी. ख़ैर अब रोहित शर्मा एंड कंपनी के पास मौक़ा, माहौल, मोमेंटम, दस्तूर सब कुछ है, जिससे वह 2022 में मिली हार का बदला ले सके.
ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि भारत-इंग्लैंड मैच में बारिश हो सकती है. इस मैच के लिए कोई रिज़र्व डे भी नहीं है. अगर बारिश के कारण मैच धुल जाता है तो टेबल टॉपर होने के कारण, भारत को सीधे फ़ाइनल का टिकट मिल जाएगा. यह मुकाबला भारतीय समायानुसार रात आठ बजे से खेला जाना है.
कप्तान रोहित शर्मा की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले मैच में 92 रन की आतिशी पारी को देखते हुए भारत एक बड़े स्कोर की उम्मीद कर सकता है.
भारतीय टीम के धुरंधर तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इस विश्व कप में जिस तरह की लय में हैं, उससे सभी वाकिफ़ हैं. वह लगातार अच्छी इकॉनमी के साथ गेंदबाज़ी करते हुए, भारत को अहम मौक़ों पर विकेट दिला रहे हैं. हालांकि इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों के ख़िलाफ़ वह और भी ज़्यादा घातक हो जाते हैं. टी20 में जॉस बटलर ने अब तक बुमराह का 12 पारियों में सामना किया है और उसमें सिर्फ़ 5.19 की रनरेट से रन बनाते हुए चार बार आउट हुए हैं. वहीं सैम करन तो पांच पारियों में चार बार बुमराह का शिकार बने हैं. इस फ़ेहरिस्त में लियम लिविंगस्टोन और मोईन अली जैसे खिलाड़ियों भी नाम हैं, जिनका बल्ला बुमराह के ख़िलाफ़ चुप्पी साध लेता है.
इंग्लैंड को बटलर पर भरोसा
एक बार अमेरिका और इंग्लैंड के बीच सुपर 8 में हुए मैच का स्कोरकार्ड देखिए. बटलर टी20 विश्व कप में जो करते हैं, उसका सटीक उदाहरण वहीं मिल जाएगा. टी20 विश्व कप में 900 से अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों की अगर लिस्ट निकाली जाए तो सबसे अधिक स्ट्राइक रेट के मामले में वह बहुत आगे हैं. उन्होंने इस टूर्नामेंट में अब तक 45 की औसत और 147.1 के स्ट्राइक रेट से 990 रन बनाए हैं. 2016 के बाद से बटलर ने हर टी20 विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन किया है. 2016 के बाद से किसी भी वर्ल्ड कप में उनका औसत 47 से कम नहीं रहा है. स्ट्राइक रेट के मामले में भी वही कहानी है. पिछले चार विश्व कप में उनका न्यूनतम स्ट्राइक रेट 144.2 का रहा है.
भारतीय टीम अब तक उसी तरह की लय में है, जैसा वह वनडे विश्व कप में थी. दक्षिण अफ़्रीका के बाद अभी तक भारत ही ऐसी टीम है, जिन्हें इस विश्व कप में हार का सामना नहीं करना पड़ा है. ग्रुप स्टेज में तो भारतीय गेंदबाज़ों ने किसी भी टीम को 120 रन तक भी नहीं पहुंचने दिया था.
वहीं इंग्लैंड की बात करें तो इस विश्व कप में उनका मामला मिला-जुला रहा है. ग्रुप स्टेज में उन्हें ऑस्ट्रेलिया के साथ हार मिली थी और एक मैच बारिश से प्रभावित रहा था. इस कारण से उन्हें अगले दौर में पहुंचने के लिए थोड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी. इसके बाद सुपर 8 में भी दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ मिली हार के बाद उनका मामला फंसा हुआ दिख रहा था, लेकिन वे सही समय पर अहम मैचों को जीतने में सफल रहे.
टीमें :
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), हार्दिक पांड्या, यशस्वी जायसवाल, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), संजू सैमसन (विकेटकीपर), शिवम दुबे, रवींद्र जड़ेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, अर्शदीप सिंह,जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज.
इंग्लैंड: जोस बटलर (कप्तान और विकेटकीपर), मोइन अली, जोफ्रा आर्चर, जोनाथन बेयरस्टो, हैरी ब्रुक, सैम करेन, बेन डकेट, टॉम हार्टले, विल जैक्स, क्रिस जॉर्डन, लियाम लिविंगस्टोन, आदिल रशीद, फिल साल्ट, रीस टॉपले और मार्क वुड
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आरआर/