नई दिल्ली, 22 मई . पाकिस्तान की इमरान खान सरकार में मंत्री रहे फवाद चौधरी ने के साथ खास बातचीत में भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव, कांग्रेस, भाजपा, नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी, कश्मीर पर खुलकर अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की अपनी कई समस्याएं हैं, ऐसे में भारत के चुनाव को लेकर कोई ज्यादा बात नहीं होती.
फवाद चौधरी ने इस बातचीत में कहा कि मैं जिस तरह से सारे न्यूज चैनल पर जो आंकड़े देख रहा हूं और जो मैंने अनुमान लगाया है, उसके अनुसार पहले जो अनुमान लगाया जा रहा था कि भारत में एनडीए गठबंधन 400 से ज्यादा सीटें जीत जाएगी. अब वह लगभग 300 पर खुद ही आ गई है.
फवाद ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि भारत में एनडीए को जनता के द्वारा जो रिजेक्शन मिलेगी, वह दिल्ली से पंजाब से नॉर्थ इंडिया से वहीं साउथ में तो इनके बढ़ने का कोई चांस नहीं है. भाजपा का जो ख्याल था कि भारतीय संविधान को ही बदल देंगे और हिंदुस्तान को आरएसएस का एक मुल्क बना देंगे, वह पूरी नहीं होगी.
फवाद चौधरी ने कहा कि हिंदुस्तान के अंदर एक प्रोपेगैंडा के लिए तो यह अच्छी बात है कि नरेंद्र मोदी को दुनिया बड़े आईकॉन के तौर पर देखती है. लेकिन, सच्चाई यह है कि उनका काफी मजाक उड़ाया जाता है. मोदी साहब जब अमेरिका गए थे तो ट्रंप ने उनके बारे में जोक्स कहा था. इमरान खान से भी जब ट्रंप की मुलाकात हुई थी तब भी उन्होंने नरेंद्र मोदी के लिए जोक्स बोले थे.
फवाद चौधरी ने कहा कि भारत में अपनी मीडिया के जरिए मोदी को आईकॉन बनाया गया. लेकिन, दुनिया में ऐसा कुछ भी नहीं है. नरेंद्र मोदी को लोग एक कट्टरपंथी मानते हैं. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी तो अमेरिका में दाखिले के लिए ब्लैक लिस्टेड थे. गुजरात में जो सीएम के तौर पर उन्होंने किया, जब हजारों मुसलमानों को मारा गया. ऐसे में उनकी कहीं पर कैसे कोई इज्जत हो सकती है.
फवाद ने कहा कि जहां तक पाकिस्तान की बात है, हमारी समस्याएं इतनी हैं कि भारत के चुनाव पर हमारे यहां ज्यादा बातें नहीं हो रही हैं. ना ही पाकिस्तान में भारत को लेकर इतना ऑब्सेशन है, जितना भारत में पाकिस्तान को लेकर ऑब्सेशन है. ऐसे में पाकिस्तान में राहुल गांधी की पॉपुलैरिटी का तो नहीं पता, लेकिन, नरेंद्र मोदी बहुत अन-पॉपुलर हैं.
फवाद चौधरी ने कहा कि जब से बाबरी मस्जिद वाला प्रकरण हुआ और नरेंद्र मोदी ने एक कट्टरपंथी पॉलिसीज ली हैं, तब से वह पाकिस्तान में बहुत ज्यादा अन-पॉपुलर हैं.
भारत के साथ पाकिस्तान और पाकिस्तान के साथ भारत के संबंध बेहतर करने को लेकर किए गए सवाल पर फवाद चौधरी ने कहा, “पाकिस्तान के साथ भारत का संबंध बनाना तो नरेंद्र मोदी साहब की मर्जी होगी. कोई भी अक्लमंद आदमी जानता है कि हिंदुस्तान अगर पाकिस्तान के साथ अगर संबंध बनाता है तो इसमें फायदा भारत का ही है. हालांकि, भारत के पंजाब से हमारे लिए बहुत कुछ फायदा मिल सकता है. वहां बॉर्डर खुले तो हमारे लिए ट्रेड आसान होगा. क्योंकि, यहां कई हिस्से लैंड लॉक्ड हैं. जबकि, भारत अगर पाकिस्तान के साथ संबंध बनाता है तो वह ज्यादा फायदे में रहेगा. ऐसे में किसी ने अगर नरेंद्र मोदी को यह मशविरा दिया है कि पाकिस्तान के साथ उनके संबंध जरूरी नहीं हैं तो उनको फिर से एक बार इस पूरे मामले की स्टडी कराने की जरूरत है.
फवाद चौधरी ने कहा कि भारत में लोगों को ऑब्सेशन है कि पाकिस्तान में लोग भूख से मरे जा रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि मैं तो कहता हूं सीमाओं को खोलें और हालात जरा सामान्य हों तो पता चले कि पाकिस्तान में हालात क्या हैं और भारत में क्या हैं. पाकिस्तान में स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग भारत से बहुत बेहतर है. जबकि, भारत में तो सारी दौलत 20-22 खानदानों के पास सिमटी है और पूरा मुल्क गरीबी में मर रहा है.
कश्मीर को लेकर फवाद चौधरी ने कहा कि भारत के हिस्से वाले कश्मीर में जब चुनाव होंगे तो आपको पता चलेगा कि 370 कैसे रिजेक्ट होता है. आप देखेंगे कि वहां भाजपा को कितनी शिकस्त मिलती है. उससे आपको भारत के हिस्से वाले कश्मीर की जनभावना का पता चल जाएगा.
फवाद ने कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर में भी विरोध प्रदर्शन हुए हैं, लेकिन, उसके पीछे की वजह है कि यहां पर एक चुनी हुई सरकार को हटाकर एक डमी सरकार बना दी गई. जिसकी वजह से लोगों में गुस्सा था. लोग जब इस तरह विरोध करें तो पता चलता है कि लोकतंत्र जिंदा है.
फवाद ने आगे कहा कि दोनों साइड के कश्मीर के लोग पाकिस्तान के साथ जुड़े हुए हैं. उनका दिल पाकिस्तान के साथ जुड़ा हुआ है. उन्होंने दावा किया कि जब भी मौका मिलेगा कश्मीरी पाकिस्तान के साथ जुड़ेंगे.
फवाद ने आगे कहा कि महंगाई कोई पाकिस्तान में बड़ा मसला नहीं है, यह तो हिंदुस्तान में भी काफी बड़ा मसला है. या कहें तो पूरी दुनिया में यह बड़ी परेशानी है. पाकिस्तान में सरकार के प्रति लोगों का गुस्सा है. क्योंकि, आपने यहां एक ऐसा सिस्टम लगा दिया है, जिसमें लोगों ने सरकार के लिए वोट ही नहीं किया. अरविंद केजरीवाल ने उस दिन जो बात कही वह बिल्कुल सही कही. पाकिस्तान में चुनाव हुए, सबसे बड़ी पार्टी का सिंबल ले लिया गया. इमरान खान को जेल में डाल दिया गया. हम सबको चुनाव के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया और यहां एक जाली हुकूमत लगा दी. इस सरकार के खिलाफ तो लोगों में खूब गुस्सा है. पाकिस्तान में लोग इसका विरोध कर रहे हैं.
–
जीकेटी/