शिमला, 19 अप्रैल . विश्व का सबसे बड़ा मतदान केंद्र हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले के ताशिगांग में स्थित है, जो कि मंडी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. यहां महज 52 मतदाता ही पंजीकृत हैं. सहायक चुनाव अधिकारी हर्ष नेगी ने ये जानकारी दी है.
2019 के लोकसभा चुनाव में ताशिगांग में महज 45 मतदाता थे, जिसमें से 27 पुरुष और 18 महिला मतदाता शामिल थे. 2021 में मंडी लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव के दौरान यहां महज 48 मतदाता ही थे, जिसमें 29 पुरुष और 22 महिला शामिल थे. वहीं, 2022 के विधानसभा चुनाव में 52 मतदाता थे, जिसमें 30 पुरुष और 22 महिला थे.
स्पीति घाटी में ताशीगांग 6 महीने तक बर्फ से ढंका रहता है. यहां ऑक्सीजन की कमी होती है. 2019 से पहले सबसे ऊंचा पोलिंग स्टेशन हिक्किम था, जो कि ताशिगांग के पास ही स्थित है.
चुनाव आयोग हर बार एक सेल्फी प्वाइंट के साथ मॉडल मतदान केंद्र यहां स्थापित करता है.
ज्यादातर मतदाता पारंपरिक पोशाक पहनकर वोट डालने बूथ पर पहुंचते हैं.
अधिकारियों ने को बताया कि लाहौल-स्पीति जिले में अभी भी कई सारे पोलिंग स्टेशन बर्फ से ढके हैं. दुर्गम इलाका होने की वजह से यहां चुनाव अधिकारियों को पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है.
लाहौल-स्पीति, किन्नौर जिले के अन्य दूरदराज के इलाकों और चंबा जिले के भरमौर के साथ, विशाल मंडी निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है जो राज्य के लगभग दो-तिहाई हिस्से को कवर करता है.
स्थानीय लोग बड़े पैमाने पर बौद्ध किसान हैं जो जौ, आलू, गेहूं और काला मटर उगाते हैं.
मंडी संसदीय सीट पर प्रदेश की अन्य तीन सीटों के साथ आगामी 1 जून को मतदान होगा.
–
एसएचके/