हैदराबाद, 20 मार्च . सिकंदराबाद छावनी विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता एन. श्री गणेश, जिन्होंने हाल ही में चुनाव लड़ा था, नाकामी के बाद कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए.
मल्काजगिरि लोकसभा क्षेत्र के भाजपा उम्मीदवार एटाला राजेंदर के लिए प्रचार में भाग लेने के कुछ घंटों बाद गणेश ने अपनी वफादारी बदल ली.
मल्काजगिरि लोकसभा क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्रों में से एक, सिकंदराबाद छावनी का उपचुनाव 13 मई को लोकसभा चुनाव के साथ होने वाला है.
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की मौजूदा विधायक जी. लास्या नंदिता का 23 फरवरी को एक सड़क दुर्घटना में निधन हो जाने के बाद यह सीट खाली हो गई.
37 वर्षीया नंदिता को 30 नवंबर, 2023 को हुए चुनाव में चुना गया था. वह सिकंदराबाद निर्वाचन क्षेत्र से पांच बार विधायक रहे बीआरएस नेता जी. सयाना की बेटी हैं, जिनका पिछले साल 19 फरवरी को बीमारी के कारण निधन हो गया था.
नंदिता ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के श्री गणेश को 17,169 वोटों के अंतर से हराया था.
श्री गणेश को भाजपा द्वारा एक बार फिर मैदान में उतारेे जाने की संभावना थी, मगर उन्होंने कांग्रेस पार्टी में जाने के अपने फैसले से सभी को हैरान कर दिया. सत्तारूढ़ दल द्वारा श्री गणेश को उपचुनाव में मैदान में उतारेे जाने की संभावना है.
इस उपचुनाव में बीआरएस नंदिता की बहन निवेदिता को मैदान में उतार सकती है और सीट बरकरार रखने के लिए सहानुभूति वोट मिलने पर भरोसा कर सकती है, दूसरी तरफ श्री गणेश के शामिल होने से कांग्रेस पार्टी को एक मजबूत उम्मीदवार मिल गया है.
यह उपचुनाव कांग्रेस पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है, जिसके पास विधानसभा में मामूली बहुमत है और वह हैदराबाद में अपनी पैठ बनाना चाहेगी, क्योंकि विधानसभा चुनाव में उसे राज्य की राजधानी में एक भी सीट नहीं मिली थी.
कांग्रेस पार्टी ने 2023 के चुनाव में 119 सदस्यीय विधानसभा में 64 सीटें जीती थीं.
यह उपचुनाव कांग्रेस के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी 2019 में मल्काजगिरि लोकसभा सीट से चुने गए थे.
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एसजीके/