रांची, 2 मार्च . भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लोकसभा चुनाव के लिए झारखंड में इस बार तीन नए चेहरों को मैदान में उतारा है. इनमें हजारीबाग सीट से मनीष जायसवाल, सिंहभूम से गीता कोड़ा और लोहरदगा से समीर उरांव शामिल हैं.
पार्टी ने दो सीटिंग एमपी जयंत सिन्हा और सुदर्शन भगत का टिकट काटा है. हालांकि, इनमें जयंत सिन्हा ने शनिवार को उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के कुछ घंटे पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट डालकर चुनावी राजनीति से संन्यास का ऐलान किया था.
मनीष जायसवाल फिलहाल विधायक हैं. वह विधानसभा में पिछले दस साल से हजारीबाग सदर सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. अब पार्टी ने उन्हें “प्रोन्नति” का मौका देते हुए हजारीबाग संसदीय सीट का प्रत्याशी बनाया है. 57 वर्षीय जायसवाल राज्य के जाने-माने उद्योगपति भी हैं.
लोहरदगा सीट पर सुदर्शन भगत ने लगातार तीन बार जीत दर्ज की थी. हालांकि, 2019 के चुनाव में उनकी जीत बेहद कम वोटों के अंतर से हुई थी. उनकी जगह प्रत्याशी बनाए गए समीर उरांव फिलहाल राज्यसभा के सांसद हैं. उनका कार्यकाल अप्रैल महीने में समाप्त हो रहा है. वह पार्टी की अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं.
सिंहभूम सीट से प्रत्याशी बनाई गईं गीता कोड़ा हाल में भाजपा में शामिल हुई थीं. वह पिछले चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के टिकट पर सांसद चुनी गई थीं. गीता कोड़ा के पति मधु कोड़ा झारखंड के सीएम रह चुके हैं. मधु कोड़ा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत भाजपा से ही की थी. वह संघ के स्वयंसेवक भी रहे हैं.
इसके अलावा भाजपा ने रांची से संजय सेठ, दुमका से सुनील सोरेन, गोड्डा से निशिकांत दुबे, खूंटी से अर्जुन मुंडा, कोडरमा से अन्नपूर्णा देवी, जमशेदपुर से विद्युत वरण महतो, पलामू से वीडी राम पर फिर से भरोसा जताते हुए टिकट थमाया है.
राजमहल सीट पर उम्मीदवार बनाए गए ताला मरांडी पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे. हालांकि, वह 2005 और 2014 में साहिबगंज के बोरियो विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर विधायक चुने गए थे.
झारखंड की तीन सीटों चतरा, गिरिडीह और धनबाद के प्रत्याशियों का ऐलान फिलहाल नहीं किया गया है. इनमें से एक सीट भाजपा एनडीए गठबंधन की सहयोगी पार्टी आजसू को दे सकती है.
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एसएनसी/एबीएम