मुश्किल में पाकिस्तान, चीन का कर्ज चुकाने में असमर्थ

कराची, 29 फरवरी . डॉलर की अधिक निकासी की आशंका में पाकिस्तान का मुद्रा बाजार तनाव में है. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में यह बात कही गई है.

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) पर वर्तमान में मार्च में देय चीनी ऋण के पुनर्भुगतान के लिए 1.8 अरब डॉलर का इंतजाम करने का दबाव है.

वित्त मंत्रालय के सूत्रों ने कहा, “अभी तक चीन को भुगतान करने के लिए स्टेट बैंक को 1.8 अरब डॉलर के बराबर स्थानीय मुद्रा प्रदान नहीं की है.”

चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीने के दौरान विदेशी निवेश पर मुनाफे और लाभांश की अधिक निकासी के बावजूद अटकी हुई राशि देश में आने वाली राशि से अधिक है.

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, 80 करोड़ डॉलर के मुकाबले स्थानीय मुद्रा प्रदान की गई है, लेकिन पाकिस्तान केंद्रीय बैंक इस राशि को वापस भेजने में अनिच्छुक है.

स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान विनिमय दर स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए अपने विदेशी मुद्रा भंडार को आठ अरब डॉलर से ऊपर बनाए रखने का प्रयास कर रहा है. हालांकि, ऋण भुगतान, लाभ बहिर्प्रवाह और अन्य बकाया के लिए कई भुगतान का दबाव है.

वित्त वर्ष 2024 के पहले सात महीने के दौरान चालू खाता घाटा पिछले वर्ष की समान अवधि के 3.8 अरब डॉलर के मुकाबले एक अरब डॉलर था. हालांकि, बढ़ते आयात के कारण 30 जून को इस वित्त वर्ष के अंत तक चालू खाते का घाटा काफी ऊंचे स्तर तक पहुँच सकता है.

वित्तीय क्षेत्र के विशेषज्ञों का कहना है कि देश को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और अन्य ऋण देने वाली एजेंसियों को छोड़कर कहीं से भी डॉलर जुटाने का कोई तरीका नहीं सूझ रहा है. हालांकि, डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, ऋणदाताओं को अधिक ऋण के लिए राजी करना आसान नहीं होगा.

एसएचके/एकेजे