जिप इलेक्ट्रिक का नुकसान वित्त वर्ष 24 में 2.2 गुना बढ़कर 91 करोड़ रुपये हुआ

नई दिल्ली, 13 अक्टूबर . इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) कंपनी जिप इलेक्ट्रिक का नुकसान वित्त वर्ष 24 में 2.2 गुना बढ़कर 91 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि इससे पहले के वित्त वर्ष में 40 करोड़ रुपये था.

वित्त वर्ष 24 के फाइनेंसियल स्टेटमेंट्स के मुताबिक, जिप इलेक्ट्रिक का ईबीआईटीडीए मार्जिन नकारात्मक 19.47 प्रतिशत रहा है.

वित्त वर्ष 24 में कंपनी का खर्च 2.6 गुना बढ़कर 394 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि वित्त वर्ष 23 में 152 करोड़ रुपये था.

वित्त वर्ष 24 में कंपनी की संचालन से आय 293 करोड़ रुपये रही. वित्त वर्ष 23 में कंपनी की संचालन से आय करीब 109 करोड़ रुपये थी.

जिप इलेक्ट्रिक की स्थापना 2017 में हुई थी. कंपनी के मुताबिक, उसके पास 22,000 वाहनों की एक एक्टिव फ्लीट है. वाहनों से किराया और डिलीवरी सर्विसेज कंपनी की आय का मुख्य जरिया है.

इस साल मई में जिप इलेक्ट्रिक की ओर से 15 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया गया था. कंपनी की योजना 2026 तक इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की फ्लीट को बढ़ाकर 2,00,000 करना और अपने ऑपरेशन का विस्तार 15 शहरों तक करना था.

इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व जापानी निवेशक कंपनी ईएनईओएस की ओर से किया गया था. इसके अलावा 9यूनिकॉर्न, आईएएन फंड और अन्य निवेशकों ने इस फंडिंग राउंड में भाग लिया था.

जिप इलेक्ट्रिक की ओर से हाल ही में मुंबई और हैदराबाद में ऑपरेशन लॉन्च किए गए हैं. कंपनी द्वारा जनवरी 2023 से लेकर मार्च 2023 के बीच 50 मिलियन से ज्यादा डिलीवरी की गई हैं.

जिप इलेक्ट्रिक ने अब तक 80 मिलियन डॉलर से अधिक जुटाए हैं, जिसमें फरवरी 2023 में ताइवानी ईवी निर्माता गोगोरो के नेतृत्व में जुटाए गए 25 मिलियन डॉलर भी शामिल हैं. इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी वर्तमान में जोमैटो, स्विगी, अमेजन, फ्लिपकार्ट सहित 50 से अधिक दिग्गज कंपियों के लिए डिलीवरी और राइड-शेयरिंग सेवाओं का प्रबंधन करती है.

एबीएस/