अमरावती, 4 मार्च . आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की भविष्यवाणी को खारिज कर दिया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी की बड़ी हार होगी.
वाईएसआरसीपी नेताओं ने कहा कि प्रशांत किशोर की भविष्यवाणी तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश और छत्तीसगढ़ में गलत साबित हुई . अब वह एक राजनेता हैं, रणनीतिकार नहीं.
2019 के विधानसभा चुनाव में वाईएसआरसीपी की बड़ी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रशांत किशोर ने रविवार को हैदराबाद में एक कार्यक्रम में भविष्यवाणी की कि आगामी चुनावों में पार्टी की बड़ी हार होने वाली है.
लेकिन वाईएसआरसीपी संसदीय दल के नेता वी. विजयसाई रेड्डी ने कहा कि प्रशांत किशोर बिना तार्किक आंकड़ों के बोल रहे हैं. राज्यसभा सदस्य ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”प्रशांत किशोर की बातों पर भरोसा न करेंं, जो चंद्रबाबू नायडू से चार घंटे की मुलाकात के बाद बिना तार्किक डेटा के बोल रहे हैं.’
विजयसाई रेड्डी ने कहा,“समकालीन राजनीति में प्रशांत किशोर की कोई प्रासंगिकता नहीं है. आंध्र प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से राज्य की जनता संतुष्ट है.”
राज्य के उद्योग मंत्री गुडिवाडा अमरनाथ ने आश्चर्य जताया कि क्या किसी को राज्य के पांच करोड़ लोगों की अंतरात्मा की भावना पर विश्वास करना चाहिए या बिहार के एक राजनेता के बातों पर. प्रशांत किशोर अतीत में एक राजनीतिक रणनीतिकार के रूप में काम करते थे. अब वह बिहार में एक राजनीतिक पार्टी चला रहे हैं.
वाईएसआरसीपी नेता ने कहा कि तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) और उसके सहयोगियों का समर्थन करने वाले मीडिया संगठनों ने प्रशांत किशोर की भविष्यवाणी को फैलाने में जल्दबाजी की.
उन्होंने कहा, “आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू, पवन कल्याण और जो लोग उनका समर्थन करने जा रहे हैं, उन्हें अपमानजनक हार का सामना करना पड़ेगा.”
मंत्री ने दावा किया कि पांच वर्षों के दौरान 2.50 लाख करोड़ से अधिक के प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) से लाभान्वित गरीब लोग जगन मोहन रेड्डी का समर्थन कर रहे हैं.
उन्होंने पूछा, “अगर वाईएसआरसीपी कई कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने के बावजूद हारने जा रही है, तो प्रशांत किशोर ने टीडीपी के लिए ‘सुपर सिक्स’ योजनाएं क्यों डिजाइन कीं, जिसके लिए हर साल 1.20 लाख करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी.”
अमरनाथ ने पूछा कि अगर प्रशांत किशोर को विश्वास है कि चंद्रबाबू नायडू जीतेंगे, तो उन्होंने उन्हें पवन कल्याण और बीजेपी के साथ गठबंधन की सलाह क्यों दी.
उन्होंने कहा,“जगन सरकार के कार्यकाल में राज्य में चतर्दिक विकास हुआ है. टीडीपी सरकार में राज्य पिछड़ा था, ऐसे में वह उसकी जीत की भविष्यवाणी कैसे कर सकते हैं.”
वाईएसआरसीपी नेता ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू एक पीके (पवन कल्याण) से संतुष्ट नहीं थे, इसलिए उन्होंने दूसरे पीके (प्रशांत किशोर) को शामिल कर लिया.
एक अन्य मंत्री अंबाती रामबाबू ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व सांसद एल. राजगोपाल को गलत भविष्यवाणी करने के बाद संन्यास लेना पड़ा, अब प्रशांत किशोर को संन्यास के लिए तैयार रहना चाहिए.”
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