वाराणसी, 23 जून . उत्तर प्रदेश के वाराणसी दौरे पर आए केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री जयंत चौधरी ने सोमवार को कहा कि वाराणसी का आकर्षण वैश्विक है और यहां स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (एसआईआईसी) की स्थापना एक महत्वाकांक्षी कदम है जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगारोन्मुख कौशल सीखने में मदद मिलेगी.
मंत्रालय के मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में शामिल होने के लिए यहां आए जयंत चौधरी ने बताया कि वाराणसी में स्थापित एसआईआईसी का मकसद युवाओं को रोजगारपरक कौशल सिखाना है. निश्चित तौर पर इससे आगामी दिनों में उनके लिए रोजगार के नए-नए द्वार खुलेंगे. इससे युवाओं को व्यापक स्तर पर फायदा पहुंचेगा.
उन्होंने कहा कि इस केंद्र में भाषा प्रशिक्षण के साथ-साथ ऐसी ट्रेनिंग दी जाती है, जिससे युवा वैश्विक स्तर पर नौकरियां हासिल कर सकें. यहां बच्चों, प्रशिक्षकों और प्रवेश कर्मचारियों से मिलकर उन्हें प्रेरित करने का मौका मिला. मंत्रालय के अधिकारियों के साथ भी चर्चा होगी. उन्होंने जोर देकर कहा कि यह केंद्र स्कूल के छात्रों को वैश्विक पहचान दिलाने में मदद करेगा.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वाराणसी में होने वाली मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में चार राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे. उन्होंने इसे केंद्र और राज्यों के बीच सहयोग का महत्वपूर्ण मंच बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का ‘कॉम्पिटेटिव कोऑपरेटिव’ का नारा संविधान की भावना को दर्शाता है. राज्यों की जिम्मेदारी है कि वे विकास को गति दें. साल 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को पाने के लिए केंद्र और राज्य मिलकर काम करेंगे.
उन्होंने कनिष्क विमान विस्फोट की 40वीं बरसी पर हादसे का जिक्र करते हुए देशवासियों के साथ संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा, “इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है. लोग अभी भी दुख और पीड़ा में हैं.”
जयंत चौधरी ने वाराणसी को विकास और शिक्षा का केंद्र बताते हुए एसआईआईसी जैसे प्रयासों की सराहना की. साथ ही, उन्होंने क्षेत्रीय सहयोग और संवेदनशीलता के साथ देश को आगे ले जाने की प्रतिबद्धता दोहराई.
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एसएचके/एकेजे