‘देश का भाग्य बदलना है, आपका सहयोग चाहिए’, ‘सोशल प्लेटफॉर्म’ को लेकर पीएम मोदी का युवाओं से आह्वान

New Delhi, 15 अगस्त . Prime Minister Narendra Modi ने लाल किले की प्राचीर से हर क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर भारत’ का आह्वान किया है. देशवासियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भरता का नाता सिर्फ आयात और निर्यात या रुपये-पैसे तक सीमित नहीं है. आत्मनिर्भरता का नाता हमारे सामर्थ्य से जुड़ा हुआ है और जब आत्मनिर्भरता खत्म होने लगती है, तो सामर्थ्य भी निरंतर क्षीण होता जाता है. इसलिए हमारे सामर्थ्य को बचाए रखने, बनाए रखने और बढ़ाए रखने के लिए आत्मनिर्भर होना बहुत अनिवार्य है.

Prime Minister ने कहा कि लाल किले की प्राचीर से देश के युवा वैज्ञानिकों, टैलेंटेड यूथ, इंजीनियर्स और Government के हर विभाग से आह्वान है कि हमारा अपना ‘मेड इन इंडिया’ फाइटर जेट्स के लिए जेट इंजन India का ही होना चाहिए. उन्होंने आह्वान किया कि ‘देश का भाग्य बदलना है, आपका सहयोग चाहिए.’

उन्होंने कहा, “आज आईटी का युग है, डेटा की ताकत है. क्या समय की मांग नहीं है कि ऑपरेटिंग सिस्टम से लेकर साइबर सुरक्षा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक सारी चीजें भारतीय हों? इनमें हमारे ही लोगों का सामर्थ जुटा हो.” पीएम मोदी ने कहा कि India दिखा चुका है कि यूपीआई का हमारा प्लेटफॉर्म दुनिया को हैरान कर रहा है. India के पास सामर्थ है. रीयल टाइम ट्रांजेक्शन में 50 प्रतिशत, अकेला India यूपीआई के माध्यम से कर रहा है. इसका मतलब है कि India के पास ताकत है.

Prime Minister ने कहा, “मैं देश के नौजवानों को चैलेंज करता हूं कि India के अपने social media या अन्य प्लेटफॉर्म हों, वे इसके लिए आगे आएं.” इस दौरान, उन्होंने भारतीयों के सामर्थ पर भरोसा भी जताया.

अपने संबोधन में Prime Minister ने कहा कि हम स्पेस में ‘आत्मनिर्भर भारत’ के रूप में गगनयान की तैयारी कर रहे हैं. अपने बलबूते पर हम खुद का स्पेस स्टेशन बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं. गर्व होता है कि देश के 300 से ज्यादा स्टार्टअप्स स्पेस सेक्टर में काम कर रहे हैं. हजारों नौजवान पूरे सामर्थ्य के साथ जुटे हैं.

अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा, “140 करोड़ भारतवासी 2047 में जब आजादी के 100 साल पूर्ण होंगे, तब तक विकसित India के संकल्प को परिपूर्ण करने के लिए पूरी ताकत से जुटे हैं. इस संकल्प की पूर्ति के लिए India आज हर सेक्टर में आधुनिक इकोसिस्टम तैयार कर रहा है. आधुनिक इकोसिस्टम हर क्षेत्र में हमारे देश को आत्मनिर्भर बनाएगा.”

डीसीएच/