कटक, 17 अप्रैल . केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शिक्षा को सामाजिक और आर्थिक बदलाव का आधार बताते हुए युवाओं से इतिहास का अध्ययन कर राष्ट्र की जड़ों को समझने का आह्वान किया.
रैवेनशॉ विश्वविद्यालय में ओडिशा के महान सपूत डॉ. हरेकृष्ण महताब की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित व्याख्यान और राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि इतिहास, संस्कृति, विरासत और साहित्य आपस में गहराई से जुड़े हैं. इतिहास का अध्ययन न केवल हमारी जड़ों को मजबूत करता है, बल्कि भविष्य के लिए प्रेरणा भी प्रदान करता है.
गडकरी ने डॉ. हरेकृष्ण महताब के ओडिशा के विकास में योगदान को याद करते हुए उनके समर्पण और आदर्शों की सराहना की. उन्होंने कहा कि डॉ. महताब ने स्वतंत्रता से पहले और बाद में अहम भूमिका निभाते हुए शिक्षा, सिंचाई और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया. केंद्र सरकार राज्य में सड़क, परिवहन और अन्य क्षेत्रों में विकास को गति देने के लिए प्रतिबद्ध है. केंद्र सरकार का लक्ष्य ओडिशा को विकास के नए आयामों तक ले जाना है. सड़क और परिवहन क्षेत्र में हो रहे कार्य न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे, बल्कि रोजगार सृजन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
इस अवसर पर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने डॉ. महताब को “ओडिशा का सरदार पटेल” करार देते हुए उनके दूरदर्शी नेतृत्व और राष्ट्र निर्माण में योगदान को याद किया.
सीएम माझी ने कहा कि डॉ. महताब ने ओडिशा के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए जो नींव रखी, वह आज भी प्रासंगिक है. उन्होंने युवाओं से उनके आदर्शों से प्रेरणा लेने का आग्रह किया.
कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज, सांसद भर्तृहरि महताब और कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी हिस्सा लिया. इस आयोजन ने डॉ. महताब के योगदान को न केवल ओडिशा, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणादायक बताया.
नितिन गडकरी अपने दौरे के दौरान भुवनेश्वर के बारामुंडा में 4,000 करोड़ रुपये से अधिक की 19 प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इन परियोजनाओं में सड़क, फ्लाईओवर और अन्य बुनियादी ढांचे से संबंधित कार्य शामिल हैं, जो ओडिशा की कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास को बढ़ावा देंगे.
इसके अलावा, वे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा कार्यान्वित विभिन्न राजमार्ग परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा भी करेंगे.
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एकेएस/