रूस में वैश्विक एआई प्रतियोगिता में 65 देशों के छोटे बच्चों व पेशेवरों ने ल‍िया भाग

मॉस्को, 16 दिसंबर . भारत सहित 65 देशों के छोटे बच्चों और पेशेवरों ने सर्बैंक और एआई अलायंस रूस द्वारा बच्चों के लिए आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय एआई प्रतियोगिता एआईचैलेंज में भाग लिया.

एआई चैलेंज में पंजीकृत प्रतिभागियों की संख्या में भारत दूसरे स्थान पर रहा. प्रतिभागियों में ब्रिक्स देशों के साथ इथियोपिया, मिस्र और दक्षिण अफ्रीका के प्रत‍िभागी शामिल थे.

बच्चों ने धातुकर्म, कृषि, निवेश, रचनात्मक उद्योग समेत 16 क्षेत्रों में तकनीकी व्यावसायिक मामलों पर काम किया.

प्रतिभागियों ने अलग-अलग जटिलता की तीन श्रेणियों में भाग ल‍िया. हर कोई, क्षेत्र में अपने ज्ञान और कौशल के स्तर की परवाह किए बिना, एआई समाधानों का उपयोग कर व्यावसायिक चुनौतियों पर काम करके खुद को साबित करने में सक्षम था.

एआई चैलेंज के विजेता रूस, कजाकिस्तान और कनाडा से थे. सबसे कम उम्र के एआई चैलेंज विजेता, मॉस्को के ओलेग ज़मकोव, 10 साल के हैं.

सर्बैंक के कार्यकारी बोर्ड के पहले ड‍िप्‍टी चेयरमैन अलेक्जेंडर वेद्याखिन ने कहा, “एआई चैलेंज प्रतियोगिता बच्चों को अपने एआई कौशल को बेहतर बनाने और मानवता के लाभ के लिए प्रौद्योगिकी के विकास में अपना पहला योगदान देने में मदद करने के लिए डिज़ाइन की गई है. एआई एलायंस रूस और अग्रणी रूसी विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी में, हम रूस में विश्व स्तरीय, प्रतिभाशाली युवा पेशेवर प्रशिक्षण के नए अवसर पैदा कर रहे हैं.”

अल चैलेंज के विजेताओं ने कहा कि तकनीकी व्यावसायिक मामलों पर काम करना मजेदार और चुनौतीपूर्ण था. एआई चैलेंज के साथ, लड़के और लड़कियां अपनी क्षमताओं में अधिक आश्वस्त हो गए हैं, अपने एआई और टीमवर्क कौशल को बढ़ावा दिया है, और अब और भी अधिक चुनौतीपूर्ण प्रतियोगिताओं के लिए तैयार हैं.

बिगिनर्स ट्रैक में दूसरे स्थान पर आए एक प्रतियोगी ओलेग ज़मकोव ने कहा, “मैं एक प्रौद्योगिकी उत्साही हूं, और मैं प्रतियोगिता के विषयों से रोमांचित था. मुझे अन्य बच्चों के साथ प्रतिस्पर्धा करने में मज़ा आया. मैंने सीखा कि एआई कैसे काम करता है, और मैं प्रतियोगिता के कार्यों को करते समय उस ज्ञान को अभ्यास में लाने में सक्षम था.”

एक अन्य प्रतियोगी इवानफेन्स्टर, टीम 42, रिसर्चर्स ट्रैक ने कहा,”यह चुनौतीपूर्ण लेकिन मजेदार था. प्रतियोगिता ने मुझे एआई और प्रोग्रामिंग कौशल के साथ-साथ कार्यस्थल पर बातचीत और टीम संगठन में अपने कौशल को बेहतर बनाने में मदद की. मुझे लगता है कि भविष्य में, एआई हमारे जीवन के सभी क्षेत्रों में एक बहुत ही उपयोगी उपकरण बन जाएगा. एआई पहले से ही दुनिया भर में कई प्रक्रियाओं में लागू किया जा रहा है, और यह समझना महत्वपूर्ण है कि वास्तव में कैसे और क्या हो रहा है.”

रिसर्चर्स ट्रैक की लगभग 18 टीमों और बिगिनर्स और क्रिएटर्स व्यक्तिगत ट्रैक के 26 प्रतिभागियों को सर्वश्रेष्ठ आंका गया और पुरस्कार राशि के रूप में 17 मिलियन रूबल साझा किए गए.

रिसर्चर्स ट्रैक के विजेताओं को नकद पुरस्कार के अलावा, एआई एलायंस रूस और सेंट्रल यूनिवर्सिटी द्वारा एक अद्वितीय शैक्षिक कार्यक्रम में भाग लेने का अवसर मिलेगा.

एआई चैलेंज विजेताओं को कई लाभ भी प्राप्त होंगे. इनमें प्रमुख रूसी विश्वविद्यालयों इनोपोलिस, केंद्रीय और आईटीएमओ विश्वविद्यालय से छात्रवृत्ति भी शामिल है. ये व‍िश्‍वव‍िद्यालय प्रतियोगिता के अकादमिक भागीदार हैं.

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