लखनऊ, 19 मार्च . उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुशासन व सुदृढ़ कानून व्यवस्था की बदौलत एक तरफ उत्तर प्रदेश को जहां सर्वोत्तम प्रदेश बना डाला, वहीं आठ वर्ष में 204 करोड़ से अधिक पौधरोपण से इसे ‘हरित प्रदेश’ के रूप में भी समृद्ध कर दिया. भारतीय वन स्थिति रिपोर्ट 2023 के मुताबिक, यूपी के वनावरण और वनाच्छादन में 559.19 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है. पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ जनअभियान-2024 के तहत यूपी में 36.80 करोड़ पौधरोपण हुए.
सीएम योगी के नेतृत्व में वन, पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन विभाग ने कई बड़े-बड़े कार्य भी किए. वन विभाग में पारदर्शिता के आधार पर युवाओं को नियुक्ति दी गई. यूपी में पहली बार कार्बन क्रेडिट के जरिए किसानों की आय में वृद्धि हुई. 25 नवंबर 2024 से लखनऊ से पलिया तक योगी सरकार ने हवाई सेवा भी शुरू की. उत्तर प्रदेश में सारस की संख्या में भी वृद्धि हुई.
योगी सरकार के प्रयास का नतीजा है कि उत्तर प्रदेश की नदियों में सर्वाधिक डॉल्फिन पाई गईं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में ही राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की सातवीं बैठक में रिपोर्ट जारी की, जिसके मुताबिक देश में नदी डॉल्फिन की कुल संख्या 6,327 रही. देश के आठ राज्यों की 28 नदियों के सर्वेक्षण में सर्वाधिक संख्या (2397 डॉल्फिन) के साथ उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है. अन्य राज्य यूपी से पीछे हैं. योगी सरकार ने 17 अक्टूबर 2023 को गंगा डॉल्फिन को राज्य जलीय जीव घोषित किया था.
योगी सरकार के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में 204 करोड़ से अधिक पौधरोपण किया गया. विगत वर्ष 36.80 करोड़ पौधरोपण कर उत्तर प्रदेश ने नया रिकॉर्ड स्थापित किया.भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश का वनाच्छादन 559.19 वर्ग किमी. बढ़ा है. छत्तीसगढ़ को छोड़कर सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं.
योगी सरकार के नेतृत्व में वन, पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन विभाग की अन्य प्रमुख उपलब्धियां-
-आठ वर्ष में विभाग के अंतर्गत लगभग ढाई हजार से अधिक युवाओं को मिली सरकारी नौकरी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले साल 10 सितंबर को 647 वन रक्षकों-वन्य जीव रक्षकों और 22 नवंबर को 701 वन दारोगा को नियुक्ति पत्र प्रदान किया था.
-दुधवा टाइगर रिजर्व / दुधवा राष्ट्रीय उद्यान में ईको पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए 25 नवंबर 2024 को लखनऊ से पलिया तक हवाई सेवा का शुभारंभ किया गया.
-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा छह सितंबर 2024 को गोरखपुर के कैम्पियरगंज में एशिया के प्रथम नवनिर्मित जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र का उद्घाटन किया गया. नव निर्मित जटायु/राजगिद्ध के संरक्षण व संवर्धन केंद्र में कुल छह राजगिद्धों (नर एवं मादा) को लाया जा चुका है.
-पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जन अभियान, 2024 के अंतर्गत वर्ष में 36.80 करोड़ पौधरोपण किए गए. 20 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ, प्रयागराज व गोरखपुर में पौधरोपण किया. इसके अतिरिक्त प्रदेश के 223 महत्वपूर्ण वेटलैण्ड्स के जलागम क्षेत्र में ‘वेटलैण्ड संरक्षण वन’ की स्थापना की गई.
-प्रदेश में 948 विरासत वृक्ष वाटिका का निर्माण किया गया. इसके अलावा मित्र वन, मियावाकी वन, सौमित्र वन, शक्ति वन आयुष वन, पंचवटी, नवग्रह वाटिका की स्थापना की गई. गंगा, यमुना, सरयू, हिंडन, गोमती सहित विभिन्न नदियों के जलागम क्षेत्र में ‘पवित्र धारा वृक्षारोपण’ योजना के तहत लगभग 3.72 करोड़ पौधरोपण किया गया.
-किसानों की निजी भूमि पर खड़े वृक्षों के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 20 जुलाई 2024 को कार्बन क्रेडिट का भुगतान किया. निजी वृक्षों के लिए कार्बन क्रेडिट का भुगतान करने वाला उत्तर प्रदेश प्रथम राज्य है.
-ग्रीष्मकालीन गणना 2024 के अनुसार प्रदेश में राज्य पक्षी सारस की संख्या बढ़कर 19994 हो गई. 2023 में यह संख्या 19,522 और 2022 में 19,188 थी.
योगी सरकार ने लगाए 204 करोड़ से अधिक पौधे –
वर्ष पौधरोपण
2017-18 5.72 करोड़
2018-19 11.77 करोड़
2019-20 22.60 करोड़
2020-21 25.87 करोड़
2021-22 30.53 करोड़
2022-23 35.49 करोड़
2023-24 36.16 करोड़
2024-25 36.80 करोड़
पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जन अभियान 2024 की प्रमुख उपलब्धि-
पौधरोपण- 36.80 करोड़
सर्वाधिक पौधरोपण वाले जनपद- सोनभद्र प्रथम (1.53 करोड़), झांसी द्वितीय (97 लाख), लखीमपुर खीरी तृतीय (95 लाख), जालौन चतुर्थ (94 लाख) व मिर्जापुर (93 लाख) पांचवें स्थान पर रहा.
सर्वाधिक पौधरोपण वाले विभाग- ग्राम्य विकास विभाग (13.54 करोड़), वन विभाग (12.64 करोड़), कृषि विभाग (2.89 करोड़), उद्यान विभाग (1.61 करोड़), पंचायती राज विभाग (1.18 करोड़) .
सर्वाधिक लगाए गए पौध- शीशम (4 करोड़ 33 लाख, 38723), सागौन (4.33 करोड़ से अधिक), जामुन (2.19 करोड़ से अधिक), अर्जुन (1.67 करोड़), आंवला (95 लाख से अधिक).
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एसके/