महाकुंभ 2025 : स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेकर अभियान चला रही योगी सरकार

प्रयागराज, 28 नवंबर . प्रयागराज में आयोजित होने जा रहा महाकुंभ-2025 केवल आध्यात्मिकता और आस्था का पर्व नहीं है, बल्कि यह लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक सांस्कृतिक और सामाजिक अनुभव भी है. इस बार महाकुंभ को स्वच्छ और पर्यावरण अनुकूल बनाने की अनूठी पहल की जा रही है, इसके तहत प्लास्टिक फ्री महाकुंभ का संकल्प लिया गया है.

इस अभियान का उद्देश्य श्रद्धालुओं को स्वच्छ वातावरण प्रदान करना और प्लास्टिक के उपयोग को पूर्णतः प्रतिबंधित करना है. इसके लिए सीएम योगी के निर्देश पर विभागीय समन्वय के साथ ही अनेक कदम उठाए जा रहे हैं. महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को स्वच्छ और प्लास्टिक मुक्त वातावरण देने का प्रयास किया जा रहा है.

इसके लिए दोना-पत्तल विक्रेताओं को दुकान आवंटन कर, पर्यावरण अनुकूल विकल्पों को बढ़ावा दिया जा रहा है. जल्द ही आवंटन की प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी, इसके बाद मेला क्षेत्र पूरी तरह प्लास्टिक मुक्त होगा और यहां सिर्फ दोना और पत्तल की ही बिक्री हो सकेगी.

वहीं, 400 स्कूलों के प्राचार्यों के साथ स्वच्छता पर विशेष बैठक आयोजित की गई है. छात्रों को स्वच्छता का संदेशवाहक बनाकर प्लास्टिक मुक्त महाकुंभ की जागरूकता बढ़ाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त 4 लाख बच्चों और प्रयागराज के पांच गुना नागरिकों तक स्वच्छ और पर्यावरण अनुकूल महाकुंभ की पहल को पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है.

इसके अलावा, 1,500 से अधिक गंगा सेवादूतों को तैनात किया जा रहा है, जो मेले में स्वच्छता अभियान चलाएंगे और श्रद्धालुओं को प्लास्टिक के उपयोग से बचने के लिए प्रेरित करेंगे. इनकी ट्रेनिंग की शुरुआत हो चुकी है और आवश्यकता के अनुसार इनकी संख्या में वृद्धि किए जाने की भी योजना है.

प्लास्टिक मुक्त महाकुंभ के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए ‘हर घर दस्तक’ अभियान चलाया जा रहा है, ताकि हर व्यक्ति इस पहल में सहभागी बन सके. इसके साथ ही, सभी सुविधा पर्चियों में प्लास्टिक फ्री महाकुंभ का संदेश दिया जा रहा है, ताकि श्रद्धालु जागरूक रहें और प्लास्टिक का उपयोग न करें.

महाकुंभ में तैनात सभी संस्थाओं और विक्रेताओं को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे प्लास्टिक मुक्त महाकुंभ के नियमों का पालन करें. उल्लंघन करने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की भी चेतावनी दी गई है.

दूसरी तरफ, तमाम संस्थाओं ने भी प्लास्टिक मुक्त महाकुंभ का संकल्प लिया है और वो भी मेला क्षेत्र में इस अभियान में मददगार की भूमिका निभा रहे हैं. इस पहल के माध्यम से महाकुंभ को न केवल स्वच्छ बनाया जाएगा, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण का एक आदर्श उदाहरण भी बनेगा. श्रद्धालु इस महाकुंभ में स्वच्छता और आस्था के साथ पर्यावरण को बचाने के अभियान में भी सहभागी बनेंगे.

एबीएम/