New Delhi, 27 सितंबर . उत्तर प्रदेश के बरेली में Friday को हुए हंगामे के बाद Police ने कड़ा रुख अपनाते हुए 10 First Information Report दर्ज की हैं और 39 लोगों को हिरासत में लिया है. इस मामले में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा को भी गिरफ्तार किया गया है, जिन्हें कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
उत्तर प्रदेश Government के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, “ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. कैबिनेट में ऐसा कानून बनना चाहिए, जो दंगा-फसाद और उन्माद फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करे.”
संजय निषाद ने धार्मिक उन्माद फैलाने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि अब वह समय नहीं रहा जब तलवार से त्योहार मनाए जाते थे.
उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग मुस्लिम समुदाय को भड़काकर उनकी प्रगति में बाधा डाल रहे हैं, जिसके कारण यह समुदाय आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़ रहा है.
संजय निषाद ने योगी आदित्यनाथ Government की नीतियों का समर्थन करते हुए कहा, “हमारी Government चाहती है कि लोग पढ़ें-लिखें और प्रगति करें. पहले की Governmentों में ऐसे तत्वों को संरक्षण मिलता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. सीएम योगी ने स्पष्ट कर दिया है कि दंगा-फसाद करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. जो भी India की शांति और स्थिरता को भंग करेगा, उसे जेल की सजा भुगतनी पड़ेगी.”
उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधा और कहा कि कुछ लोग दंगों और अशांति के जरिए राजनीति करना चाहते हैं, लेकिन जनता सब समझती है.
संजय निषाद ने धार्मिक उन्माद के पीछे Political साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि मुस्लिम समुदाय को इस राजनीति का शिकार बनाया जा रहा है.
बरेली Police ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है. प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
वहीं, योगी Government ने साफ कर दिया है कि कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी.
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एकेएस/डीएससी