देहरादून, 19 जून . उत्तराखंड के Chief Minister आवास परिसर में Thursday को सामूहिक योगाभ्यास का आयोजन किया गया. Chief Minister पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं योगासन किया और कहा कि योग केवल शारीरिक स्वास्थ्य तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मानसिक शांति, आत्मबोध और चेतना को जागृत करने की एक समग्र प्रक्रिया है.
Chief Minister धामी ने योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि योग हमारे मन को स्थिर करता है और हमें आंतरिक शांति की ओर ले जाता है. यह भारतीय संस्कृति का मूल आधार है, जिसने मानवीय मूल्यों को हमेशा सर्वोच्च स्थान दिया है.”
उन्होंने बताया कि India की सनातन संस्कृति का प्रतीक योग आज विश्व भर में करोड़ों लोगों की जीवनशैली का हिस्सा बन चुका है. योग ने न केवल India की प्राचीन परंपराओं को वैश्विक मंच पर सम्मान दिलाया है, बल्कि इसे एक स्वस्थ और संतुलित जीवन का पर्याय भी बनाया है.
सीएम धामी ने Prime Minister Narendra Modi के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि 2014 में उनके द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रस्तुत प्रस्ताव के बाद 177 देशों के समर्थन से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता मिली. इस पहल ने योग को वैश्विक स्तर पर एक नई पहचान दी. उत्तराखंड योग और ऋषि-मुनियों की पवित्र भूमि है. हमारी Government ने योग को ग्राम स्तर तक पहुंचाने के लिए कई कदम उठाए हैं. योग से न केवल स्वास्थ्य लाभ हो रहे हैं, बल्कि यह रोजगार सृजन का भी एक माध्यम बन रहा है.
Chief Minister धामी ने उत्तराखंड को योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी बनाने के लिए शुरू की गई नई योग नीति का जिक्र किया. इस नीति के तहत योग प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण, योग केंद्रों का विकास और पर्यटन से जुड़े योग रिट्रीट्स को बढ़ावा दिया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि योग आधारित पर्यटन से उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे. साथ ही, योग के माध्यम से उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर को विश्व पटल पर और अधिक प्रचारित किया जाएगा.
इस आयोजन में मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी योग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई. कर्मचारियों का कहना है कि Chief Minister धामी के साथ योग करने का अनुभव प्रेरणादायक रहा. हम सभी को योग को अपने जीवन में अपनाना चाहिए. योग के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए इस तरह के आयोजन महत्वपूर्ण हैं.
सीएम धामी ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे न केवल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर, बल्कि हर दिन योग को अपनाएं. स्वस्थ शरीर और मन से ही एक सशक्त समाज और राष्ट्र का निर्माण संभव है.
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एकेएस/केआर