अदन (यमन), 4 सितंबर . यमन सरकार ने लाल सागर में केमिकल और तेल टैंकरों वाले जहाज पर हूतियों विद्रोहियों द्वारा किए गए हमलों की निंदा की है. उन्होंने इन हमलों को आतंकवाद करार दिया और कहा कि ये हमले क्षेत्र में पर्यावरण, आर्थिक और मानवीय स्थिरता के लिए बड़ा खतरा हैं.
समाचार एजेंसी सबा के मुताबिक, यमन के सूचना मंत्री मोअम्मर अल-एरियानी ने एक बयान में ग्रीस कंपनी द्वारा संचालित जहाज एमवी ब्लू लैगून पर हुए हमले पर बात की. उन्होंने कहा, ”नवंबर 2023 के बाद से यह केमिकल और तेल टैंकरों वाले जहाज पर 10वां हमला है.”
दरअसल, हाल ही में ग्रीस की एक कंपनी के जहाज पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया गया था. यमन के सूचना मंत्री हमलों की आलोचना करते हुए इसे आ पर्यावरण, आर्थिक और मानवीय परिणामों की संभावना के साथ व्यवस्थित आतंकवाद बताया. उन्होंने कहा कि इन हमलों के विनाशकारी, आर्थिक और मानवीय परिणाम हो सकते हैं.
यमन के सूचना मंत्री का यह बयान एमवी सौनियन को बचाने के लिए चल रहे अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों के बाद आया है. बीते महीने 21 अगस्त को हूती विद्रोहियों ने इसे निशाना बनाया था. एक मिलियन बैरल कच्चा तेल ले जाने वाले जहाज का इंजन खराब हो गया था. इसके चलते वह लाल सागर में फंसा हुआ है. हालांकि, जहाज पर सभी लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है.
जहाज के डूबने या फटने का खतरा बना हुआ है और जहाज पर अभी भी आग जल रही है.
अल-एरियानी ने चेतावनी दी कि लाल सागर, बाब अल-मंडेब जलडमरूमध्य या अदन की खाड़ी में तेल का रिसाव यमन की अर्थव्यवस्था, कृषि, मत्स्य पालन और समुद्री पर्यावरण को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है.
उन्होंने कहा कि इस तरह की आपदा यमन के लाखों लोगों को जहरीली गैसों के संपर्क में लाएगी. इससे बंदरगाहों का संचालन थम जाएगा और मछली उद्योग पर निर्भर 1.7 मिलियन लोगों की आजीविका को खतरे में डाल देगी.
बता दें कि नवंबर 2023 से हूती विद्रोहियों ने लाल सागर और बाब अल-मंदेब जलडमरूमध्य में हमलों को तेज कर दिया है. उन्होंने उन जहाजों को निशाना बनाया है, जिनके बारे में दावा किया जाता है कि वह इजरायल के हैं या फिर इजरायल जाने वाले हैं.
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एफएम/एफजेड