बीजिंग, 6 अगस्त . चीन दुनिया में सबसे ज्यादा पड़ोसियों वाला देश है. चीन अपने पड़ोसियों के साथ एक नए तरह के रिश्ते बना रहा है, साथ मिलकर ‘पांच बड़े घर’ बनाना और अच्छा जीवन जीना.
यह सुनिश्चित करने के लिए कि चीन और पड़ोसी देशों के लोग अच्छा जीवन जी सकें और संपूर्ण क्षेत्र को अधिक स्थिर और समृद्ध बना सकें, चीन के सर्वोच्च नेता शी चिनफिंग ने पड़ोसी देशों के साथ ‘पांच बड़े घर’ बनाने की सुंदर इच्छा प्रस्तावित की, जो कि एक शांतिपूर्ण घर है, जहां हर किसी बात पर चर्चा की जा सके, बातचीत और परामर्श के माध्यम से मतभेदों को सुलझाया जा सके और लड़ाई से बच सके.
एक सुरक्षित घर जहां हम सब मिलकर ऑनलाइन धोखाधड़ी, संक्रामक रोगों और आतंकवाद जैसे खतरों से लड़ते हैं. एक समृद्ध घर जहां अधिक व्यापार और अधिक लाभ कमाया जा सकता है और विकास के लाभांश से सभी पड़ोसियों को लाभ हो सकता है. एक सुंदर घर, जहां हम पर्यावरण प्रबंधन के लिए मिलकर काम करें, जलवायु परिवर्तन का संयुक्त रूप से सामना करें, तथा भावी पीढ़ियों के लिए हरे-भरे पहाड़ और स्वच्छ जल छोड़ें और एक मैत्रीपूर्ण घर, जहां अधिक संचार और आदान-प्रदान, कर्मियों का आपसी दौरा और सांस्कृतिक संपर्क हो.
चीन उक्त पांच बड़े घरों के निर्माण का प्रयास कर रहा है. मेकांग नदी पर व्यापारिक जहाजों की संयुक्त गश्त और अनुरक्षण से लेकर, चीन-लाओस रेलवे द्वारा सीमा पार पर्यटन को बढ़ावा देने तक; चीन और वियतनाम के बीच बेइबू खाड़ी में समुद्री सीमा के सफल सीमांकन और हॉटलाइन की स्थापना से लेकर, दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के बीच युवा वैज्ञानिकों के आदान-प्रदान कार्यक्रम तक; चीन, लाओस, म्यांमार और थाईलैंड द्वारा सीमा पार नदियों के संयुक्त प्रबंधन से लेकर 10 आसियान देशों के साथ ‘शून्य-कार्बन गलियारे’ के संयुक्त निर्माण तक, चीन अपने पड़ोसियों के साथ शांति की रक्षा करने, सुरक्षा बनाए रखने, विकास की तलाश करने, पर्यावरण की रक्षा करने और मैत्री को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहा है.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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