बीजिंग, 9 अप्रैल . पड़ोसी देश संबंधी कार्य पर केंद्रीय बैठक 8 से 9 अप्रैल तक पेइचिंग में आयोजित हुई. चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने इसमें भाग लेकर भाषण देकर पड़ोसी देशों के साथ साझे भविष्य वाले समुदाय के निर्माण को केंद्र में रखकर कार्य का नया अध्याय जोड़ने पर बल दिया.
इस बैठक में कहा गया कि चीन की विशाल भूमि और लंबी सीमा है. पड़ोस विकास और समृद्धि पूरा करने का अहम आधार है, राष्ट्रीय सुरक्षा बनाए रखने के महत्वपूर्ण बिंदु हैं, समग्र कूटनीति की प्राथमिकता है और मानवता के साझे भविष्य वाले समुदाय का विकास करने की कुंजी है. हमें वैश्विक दृष्टि से पड़ोसी देशों से संबंधित कार्य देखना चाहिए.
इस बैठक में कहा गया कि वर्तमान में चीन और पड़ोसी देशों के संबंध आधुनिक युग के सबसे अच्छे काल से गुजर रहे हैं और इसके साथ पड़ोसी स्थिति और वैश्विक परिवर्तन के गहरे जुड़ाव के अहम चरण में भी दाखिल हुए हैं. हमें मानवता के साझे भविष्य वाले समुदाय का झंडा उठाकर शांति, सहयोग, खुलापन व समावेश के एशियाई मूल्यदर्शन के अनुसार पड़ोसी देशों के साथ बेहतर भविष्य रचना चाहिए.
इस बैठक में बल दिया गया कि हमें पड़ोसी देशों के साथ साझे भविष्य वाले समुदाय का निर्माण करना चाहिए. पड़ोसी देशों के साथ पारस्परिक रणनीतिक विश्वास मजबूत कर क्षेत्रीय देशों का अपने विकास रास्ते पर कायम रहने का समर्थन करना और मतभेद का समुचित रूप से प्रबंधन व नियंत्रण करना चाहिए. विकास का मिश्रण गहराकर उच्च स्तरीय पारस्परिक संपर्क नेटवर्क स्थापित करना और व्यावसायिक चेन व सप्लाई चेन का सहयोग प्रगाढ़ बनाना चाहिए. इसके साथ क्षेत्रीय स्थिरता को एक साथ बनाए रखना और आदान-प्रदान व लोगों की आवाजाही बढ़ानी चाहिए.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–
एबीएम/