“बड़े दोस्त” के रूप में शी चिनफिंग का बच्चों के प्रति बड़ा ख्याल

बीजिंग, 30 मई . बाल-किशोर देश का भविष्य और राष्ट्र की आशा हैं. चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग बच्चों से जुड़ी “बड़ी और छोटी चीज़ों” के बारे में सबसे अधिक चिंतित हैं.

1 जून को अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस है. हर साल बाल दिवस के आगमन पर राष्ट्रपति शी चिनफिंग हमेशा खुद को बच्चों के “बड़े दोस्त” मानते हुए देश भर में सभी बाल-किशोरों को शुभकामनाएं देते हैं. वह कभी कभार कहते हैं कि बच्चों को छोटी उम्र से ही लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए और सपने देखने चाहिए, उन्हें नैतिकता, बुद्धि, शारीरिक स्वास्थ्य, सौंदर्य और श्रम का सर्वांगीण विकास करना चाहिए और नए युग में पार्टी और देश से प्रेम करने वाले आत्मनिर्भर और प्रयासरत अच्छे बाल किशोर बनना चाहिए.

शी चिनफिंग ने एक बार कहा था कि बचपन किसी व्यक्ति के जीवन का सबसे कीमती समय होता है. इस दौरान हमें सही जीवन लक्ष्य निर्धारित करने और अच्छे विचार, अच्छे चरित्र और अच्छी आदतें विकसित करने पर ध्यान देना चाहिए.

राष्ट्रपति शी कभी कभार बाल-किशोरों के साथ बातचीत करते हैं. इस दौरान, वह अक्सर उदाहरण देकर शिक्षा देते हैं तथा अपने विचारों और भावनाओं के माध्यम से बच्चों को विकास के बारे में जीवन के सबक सिखाते हैं.

एक मजबूत युवा का मतलब एक मजबूत देश है. समकालीन चीनी बाल-किशोर न केवल देश में पहली शताब्दी के लक्ष्य की प्राप्ति के अनुभवकर्ता और गवाह हैं, बल्कि दूसरी शताब्दी के लक्ष्य को प्राप्त करने और एक मजबूत आधुनिक समाजवादी देश के निर्माण के लिए मुख्य शक्ति भी हैं. राष्ट्रपति शी को नए युग में बच्चों से बहुत उम्मीदें हैं. उन्होंने कहा है कि “यह हमारी सबसे बड़ी इच्छा है कि बच्चे बेहतर तरीके से बड़े हों.”

शी चिनफिंग की व्यक्तिगत तैनाती और पदोन्नति के तहत, चीन ने बच्चों से संबंधित अपनी नीतियों और संस्थागत सुरक्षा उपायों में लगातार सुधार किया है. सभी पहलुओं में बच्चों के विकास और रक्षा के लिए श्रृंखलाबद्ध व्यावहारिक उपायों, कानूनों और नियमों को शुरू किया गया है.

जानकारी के अनुसार, 1 जून, वर्ष 2025 से, चीन में 3-6 वर्ष की आयु के बच्चों की शिक्षा के लिए देश का पहला विशेष कानून, यानी “चीन लोक गणराज्य का प्रीस्कूल शिक्षा कानून”, आधिकारिक तौर पर लागू किया जाएगा, जिससे प्रीस्कूल शिक्षा का “पालन करने योग्य कानून” के एक नए चरण में प्रवेश हो जाएगा.

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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