अस्ताना, 2 जुलाई . भारतीय मुक्केबाजी दल ने कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में चल रही विश्व मुक्केबाजी कप में दो पदक सुनिश्चित कर दिया हैं. मीनाक्षी (48 किग्रा) और पूजा रानी (80 किग्रा) ने देश के लिए पदक सुनिश्चित किया है.
मीनाक्षी ने क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे की गुओ यी-ज़ुआन के खिलाफ शानदार और प्रभावशाली जीत दर्ज की. भारतीय मुक्केबाज ने अपने तीखे फुटवर्क, सटीक मुक्के और रिंग में अपनी शानदार जागरूकता दिखाते हुए 5:0 के साथ सर्वसम्मत जीत हासिल की.
मुकाबले की गति को नियंत्रित करने तथा दूरी से स्पष्ट रूप से अंक प्राप्त करने की उनकी क्षमता ने निर्णायकों को किसी भी प्रकार के संदेह से मुक्त रखा. उन्होंने सेमीफाइनल में अपना स्थान सुनिश्चित कर लिया और इसके साथ ही अपने लिए कम से कम कांस्य पदक सुनिश्चित कर लिया.
भारत की सबसे अनुभवी मुक्केबाजों में से एक पूजा रानी ने 80 किग्रा वर्ग में स्थानीय गुलसाया येरजान के खिलाफ दमदार प्रदर्शन किया. क्वार्टर फाइनल जैसे कड़े और अहम मुकाबले में पूजा ने आक्रामकता और नियंत्रण का मिश्रण करते हुए 4:1 के विभाजित निर्णय के जरिए जीत हासिल की.
इस मुकाबले में पूजा ने शुरुआती दौर में दबाव झेला, लेकिन बाद के चरणों में निर्णायक पंच जड़े. आखिरी समय में उनके जोरदार पंच ही उनकी जीत का कारण बने. इस जीत के साथ, उन्होंने पोडियम फिनिश हासिल किया और अब वह सेमीफाइनल में पहुंचकर इसे स्वर्ण में बदलने की कोशिश करेंगी.
इससे पहले, अनामिका (51 किग्रा) ने क्वार्टर फाइनल में पहुंचीं. उन्होंने तुर्की की आयसेन तस्किन को हराया, जिससे इस भार वर्ग में भारतीय की उम्मीदें जीवित हैं.
पुरुषों की ओर से जदुमणि सिंह ने फिलीपींस के जे. ब्रायन बारिकुआत्रो के खिलाफ एक करीबी मुकाबले में बहादुरी से मुकाबला किया. जोशीले प्रयास के बावजूद जदुमणि बहुत कम अंतर से हार गए और कड़े मुकाबले के बाद टूर्नामेंट से बाहर हो गए.
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पीएके/एकेजे