शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और युवाओं के रोजगार को लेकर काम करना रहेगी प्राथमिकता : श्रीजया चव्हाण

मुंबई, 7 दिसंबर . भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण की बेटी श्रीजया चव्हाण पहली बार विधायक बनी. शुक्रवार को से बात करते हुए उन्होंने बताया, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और युवाओं के रोजगार को लेकर काम करना उनकी पहली प्राथमिकता रहेगी.

भाजपा से पहली बार विधायक बनी श्रीजया चव्हाण ने से कहा, बहुत उत्सुकता है. मुझे इस बात से खुशी हो रही है कि जो मेरे दादा, माता और पिता ने किया, आज मुझे भी वो मौका मिला कि मैं अपने क्षेत्र के लोगों के लिए काम कर सकूं.

श्रीजया चव्हाण ने बताया, सरकार में रहते हुए शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और युवाओं को रोजगार मिले. इसको लेकर काम करना है.

उनके पिता एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने उनसे क्या कहा, इस सवाल के जवाब में श्रीजया ने बताया, जो करना अच्छे के लिए करना, परिवार के लोगों को याद करके काम करना है.

पार्टी के विचारधार के सवाल पर उन्होंने कहा, मैं पहली बार विधायक बनी हूं और अभी काफी कुछ सीखना बाकी है. जैसे-जैसे समय होगा, मैं सीखूंगी और सबसे प्रेरणा लेकर अच्छा काम करूंगी.

विधानसभा चुनाव के रिजल्ट को लेकर उन्होंने कहा, बहुत ही अच्छे नतीजे आए हैं. हम अधिक बहुमत के साथ जीतकर सरकार में आए हैं. पूरे प्रदेश में अच्छा वातावरण बना हुआ है. महिलाओं ने अधिक संख्या में वोटिंग की है.

महाराष्ट्र विधानसभा के विशेष सत्र की शुरुआत शनिवार को हो गई. तीन दिवसीय इस विशेष सत्र में महाराष्ट्र के नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाया जाएगा. प्रोटेम स्पीकर के रूप में कालिदास कोलंबर को नियुक्त किया गया है, जो शपथ दिलाएंगे. भारतीय जनता पार्टी से पहली बार विधायक बनी श्रीजया चव्हाण भी विधायक पद की शपथ लेंगी.

बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 20 नवंबर को मतदान संपन्न हुआ. नतीजे 23 नवंबर को सामने आए, जिसमें सत्ताधारी ‘महायुति’ को 230 से अधिक सीटों पर जीत मिली थी.

एससीएच