चेन्नई, 26 जून . भारतीय टीम बांग्लादेश में टी20 और घर में दक्षिण अफ़्रीका को वनडे में क्लीन स्वीप करने के बाद दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ एक टेस्ट मैच खेलने के लिए तैयार है लेकिन प्रमुख कोच अमोल मजूमदार को लगता है कि टीम में हर विभाग में सुधार का दायरा है.
मजूमदार ने चेन्नई में शुरू होने वाले टेस्ट से दो दिन पहले कहा, “हमारे पास मोमेंटम है, हम बांग्लादेश में जीते, हम दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ जीते. कई प्रारूप हैं, लेकिन इसी समय पर हम हर आने वाले मैच पर फ़ोकस करने की कोशिश कर रहे हैं. टेस्ट क्रिकेट खेलने की डिमांड अलग हैं. मुझे लगता है टीम तैयार है और जहां तक सुधार की बात है तो मुझे लगता है कि तीनों ही प्रारूप में बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी, फ़ील्डिंग और फ़िटनेस में सुधार किया जा सकता है.”
भारत ने पिछला टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मुंबई में दिसंबर में खेला था जहां उन्होंने उन्हें आठ विकेट से हराया था. इससे पहले घर में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट में भी भारत को जीत मिली थी. वहीं अधिकतर शीर्ष खिलाड़ी मार्च-अप्रैल में पुणे में हुई सीनियर महिला अंतर ज़ोनल मल्टी डे ट्रॉफ़ी में खेले थे.
23 जून को वनडे सीरीज़ ख़त्म होने के बाद टीम को दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ आगामी टेस्ट की तैयारी के लिए पांच दिन का समय मिला था, लेकिन मजूमदार को लगता है कि एक प्रारूप में दूसरे प्रारूप में जाने में दिक्कत नहीं आएगी, क्योंकि लाल गेंद का क्रिकेट उनके लंबे समय के प्लान का हिस्सा है.
उन्होंने कहा, “दिसंबर में हम इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ लगातार टेस्ट खेले. हम जानते हैं कि लाल गेंद वाला क्रिकेट आगे चलकर महिला क्रिकेट का हिस्सा होगा और इसलिए मुझे लगता है कि मार्च-अप्रैल में हुआ इंटर-जोनल बहुत महत्वपूर्ण था. ताकि खिलाड़ियों को भी यह संदेश मिले कि हम सिर्फ़ सफे़द गेंद वाले क्रिकेट या सिर्फ़ टी20 पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रहे हैं. हम लाल गेंद क्रिकेट पर भी ध्यान दे रहे हैं और मुझे लगता है कि वे जागरूक हैं और वे मल्टी-डे प्रारूप में जाने के लिए तैयार और उत्सुक हैं. उसके साथ तालमेल बिठाना एक अलग कहानी है.”
“यह आधुनिक क्रिकेट की डिमांड है. आप जानते हैं कि एक टीम के तौर पर आप इससे बच नहीं सकते हैं. तो हम सभी डिमांड पर ध्यान देने की कोशिश कर रहे हैं. यह आसान नहीं है, लेकिन इसी समय यह चुनौती है और हम इसे स्वीकार कर रहे हैं.”
वनडे से टेस्ट टीम में अधिक बदलाव नहीं है लेकिन सुभा सतीश, राजेश्वरी गायकवाड़ और मेघना सिंह टेस्ट टीम में चुनी गई हैं.
मजूमदार ने कहा, “मुझे लगता है कि वे चार खिलाड़ी अहम हैं. हमने 15 दिन पहले राष्ट्रीय क्रिकेट एकेडमी में कैंप किया था, उनको ख़ासतौर से कैंप में लाल गेंद से तैयारी कराई गई थी. उनके पास पहले से ही कार्य प्रबंधन था. कार्य प्रबंधन उनके साथ शेयर किया गया था और घर जाकर भी उन्हें कुछ चीज़ करने को कही थी. उनका सप्ताहिक चार्ट सही था. यहां तक कि जब वे टीम से जुड़े और हमने कल जब अभ्यास किया तो वे चारों खिलाड़ी बेहतरीन दिख रहे थे.”
दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ वनडे महिला चैंपियनशिप का हिस्सा थे. मजूमदार ने कहा कि उन्हें पुरुषों की तरह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप से ऐतराज नहीं है. हालांकि अभी चार टीम ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, भारत और दक्षिण अफ़्रीका टेस्ट क्रिकेट खेलती है.
उन्होंने कहा, “टेस्ट चैंपियनशिप का आइडिया बुरा नहीं है. हम इसके लिए तैयार हैं लेकिन इसका फ़ैसला बोर्ड को करना है. अगर यह होता है तो यह खेल के लिए अच्छा होगा. टेस्ट क्रिकेट हमेशा खास रहता है. आप जानते हैं कि हर मैच जरूरी है, चाहे वनडे हो टी20 हो या टेस्ट मैच हो. मैं जानता हूं कि अभी टेस्ट चैंपियनशिप का कोई विचार नहीं है, लेकिन इसी समय हर मैच जरूरी है. हम उन मैचों को जीतने के लिए उसमें भाग लेते हैं.”
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