नई दिल्ली, 16 दिसंबर . कानून व्यवस्था को लेकर सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) के नेतृत्व में ‘महिला अदालत’ लगाई गई. इस दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद थे. ‘महिला अदालत’ में शामिल होने के लिए दिल्ली के कोने-कोने से महिलाएं पहुंची थी. इस दौरान आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर दिल्ली की कानून व्यवस्था को लेकर तीखे सवाल किए.
केजरीवाल की ‘महिला अदालत’ पर नई दिल्ली से भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा, “आपको याद होगा कि जब निर्भया कांड हुआ था, तब आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने दिल्ली में न्याय और महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के बड़े-बड़े वादे किए थे. लेकिन, ऐसा लगता है कि महिला सुरक्षा केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के लिए सिर्फ चुनावी नारा ही था. इसके अलावा कुछ कुछ नहीं था.”
उन्होंने कहा, ”मैं अरविंद केजरीवाल से पूछना चाहती हूं कि उनकी मौजूदगी में उनके आवास पर राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल को उनके पीएस पीटते हैं, महिला सांसद के साथ गलत व्यवहार किया जाता है. लेकिन, केजरीवाल उस पीएस को अपने साथ लेकर घूमते हैं. पंजाब में उस पीएस को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. ‘महिला अदालत’ में उस पार्टी के नेता को बुलाया गया था, जिनके पिता ने बयान दिया था कि लड़के हैं, गलती हो जाती है.”
पंजाब के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने बड़े-बड़े दावे किए थे कि महिलाओं के बैंक खाते में पैसे भेजे जाएंगे. आज तक पंजाब की महिलाओं के बैंक खाते में पैसे नहीं आए. केजरीवाल दिल्ली की महिलाओं को भी धोखा दे रहे हैं. लेकिन, दिल्ली की जनता समझदार है. लोकसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी ने कहा था कि महिलाओं के बैंक खाते में सितंबर माह से हर महीने हजार रुपये आएंगे. लेकिन, दिसंबर का महीना चल रहा है. एक भी रुपए महिलाओं के बैंक खाते में नहीं आए.”
उन्होंने आगे कहा, ”पंजाब में 2021 में महिलाओं को वादा किया गया था, जो आज तक पूरा नहीं हुआ है. अगर आप भाजपा शासित प्रदेशों को देखेंगे तो मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा जैसे राज्यों में भाजपा सरकार महिलाओं के लिए ‘लाडली लक्ष्मी योजना’ लाकर उन्हें सशक्त बनाने का काम कर रही है.”
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डीकेएम/एबीएम