नई दिल्ली, 12 फरवरी . दिल्ली की राउज एवेन्यू अदालत ने बुधवार को पूर्व कांग्रेस सांसद सज्जन कुमार को 1984 के सिख विरोधी दंगा मामले में दोषी ठहराया. जैसे ही यह फैसला सामने आया, 1984 दंगा पीड़ितों की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े.
नई दिल्ली की नांगलोई में रहने वाली कुलदीप कौर ने भावुक स्वर में कहा कि जो अपराधी थे, उनके नाम इतिहास की किताबों में लिखे गए, लेकिन हमारी पीड़ा कभी दर्ज नहीं की गई. पीएम मोदी जब देश के प्रधानमंत्री बने, उन्होंने इस मामले की जांच कराने के आदेश दिए. मैं समझती हूं कि पीएम मोदी ने हमारे जख्मों पर मरहम लगाने का काम किया है. मैं पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद करती हूं और सज्जन कुमार के लिए फांसी की मांग करती हूं.
कुलदीप कौर ने कहा कि आरोपी के साथ उनके बच्चों को भी फांसी होनी चाहिए. मेरे अपने तो इस दुनिया से चले गए, लेकिन ऐसे लोगों ने गुनाह करने के बाद 40 साल तक आराम का जीवन अपने परिवार वालों के साथ जिया. मेरा मानना है कि ऐसे लोगों को फांसी खुलेआम मिलनी चाहिए, जिससे समाज में यह संदेश जाए कि गलत काम करने वालों को कानून जरूर सजा देता है.
वहीं माता गुजरी कॉलोनी की पीड़िता अतर कौर ने कहा कि जब तक कांग्रेस की सरकार थी, कुछ नहीं हुआ. सिखों के कत्लेआम को देश कभी नहीं भूल सकता. मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहती हूं कि उन्होंने एसआईटी बनाई और अब हमें न्याय मिला है. न्याय मिलने में हमें 40 साल लग गए, लेकिन हम अदालत के फैसले का स्वागत करते हैं. सज्जन कुमार जैसे आदमी के लिए मैं फांसी की मांग करती हूं.
माता गुजरी कॉलोनी की एक और पीड़िता बागी कौर ने सज्जन कुमार के लिए फांसी की मांग करते हुए कहा कि उसे फांसी होनी चाहिए, इससे कम हम लोगों को कुछ मंजूर नहीं है. पहले की कांग्रेस सरकार ने उसे बचाने का काम किया लेकिन 40 साल के लंबे इंतजार के बाद हम लोगों को आज न्याय मिल ही गया. इसके लिए मैं मोदी सरकार का धन्यवाद कहना चाहूंगी. उन्होंने सत्ता में आते ही इसको लेकर फैसला किया था, जिसके नतीजे हम सब के सामने हैं. हम अदालत के फैसले से खुश हैं और आभार जताते हैं.
माता गुजरी कॉलोनी की ही गंगा कौर ने कहा कि 40 साल से हमारे जख्म गहरे हैं. पीएम मोदी का मैं शुक्रिया अदा करना चाहूंगी कि उन्होंने हम लोगों के जख्म पर मरहम लगाने का काम किया है. हमें तब खुशी मिलेगी, जब सज्जन कुमार को फांसी की सजा मिलेगी. कांग्रेस पार्टी सिखों की हत्याओं के लिए जिम्मेदार है और उन्होंने हम लोगों पर ढेरों जुल्म किया है.
सिख विरोधी दंगों की पीड़िता निर्मल कौर ने कहा कि 40 साल से हम हर जगह जा रहे हैं और हमें न्याय नहीं मिला. मैं पीएम मोदी का धन्यवाद करती हूं. आज अदालत के फैसले के बाद हमें थोड़ी राहत मिली है, थोड़ी उम्मीद जगी है. हम मांग करते हैं कि जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार को फांसी दी जाए.
–
एकेएस/एकेजे