कोलकाता, 8 फरवरी . पश्चिम बंगाल के संदेशखली में सैकड़ों महिलाएं गुरुवार सुबह सड़कों पर उतर आईं और फरार तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां की गिरफ्तारी की मांग की, जो इस साल 5 जनवरी को ईडी और सीएपीएफ कर्मियों पर हमले के पीछे का मास्टरमाइंड भी है.
मुख्य आरोप यह है कि हमले के बाद फरार होने से पहले संदेशखली की महिलाएं शाहजहां और उसके सहयोगियों द्वारा अत्यधिक अपमान और यातना का शिकार थीं.
इस संबंध में शाहजहां के कुछ सहयोगियों के नाम उन्होंने बताए, जिनमें अमीर गाजी, सिबाप्रसाद हाजरा और उत्तम सरदार शामिल हैं.
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने यह भी दावा किया कि जब उस दिन ईडी और सीएपीएफ कर्मियों पर हमला हुआ तो ये सभी सबसे आगे थे.
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने शिकायत की कि क्षेत्र में ग्रामीणों की जमीन को जबरदस्ती हड़पने के अलावा, सत्तारूढ़ दल के भगोड़े नेता के सहयोगियों ने सूर्यास्त के बाद महिलाओं के लिए अपने घरों से बाहर निकलना लगभग असंभव बना दिया है.
महिला प्रदर्शनकारियों के समूह ने विरोध प्रदर्शन करने के लिए संदेशखली पुलिस स्टेशन की ओर मार्च करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें कुछ ही दूरी पर रोक दिया तो वे सड़कों पर बैठ गईं और वहीं विरोध प्रदर्शन करने लगीं.
महिला प्रदर्शनकारियों में से एक ने कहा,“जब तक शाहजहां को गिरफ्तार नहीं किया जाता, हम अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे. वह इलाके में शेर की तरह व्यवहार करता था. अब हमले के बाद वह बिल्ली की तरह छिप रहा है,”
उन्होंने स्थानीय पुलिस पर सत्तारूढ़ दल के फरार नेता के साथ मिलीभगत का भी आरोप लगाया.
एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा, “जब हम किसी शिकायत के साथ स्थानीय पुलिस स्टेशन पहुंचे, तो पुलिस ने हमें समाधान के लिए शाहजहां से संपर्क करने की सलाह दी.”
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