महिला निवेशकों का शेयर बाजार में बढ़ रहा रुझान, उत्तर-पूर्वी राज्यों में हुई सबसे अधिक ग्रोथ: रिपोर्ट

मुंबई, 30 मार्च . देश में महिला निवेशकों का शेयर बाजार की ओर रुझान तेजी से बढ़ रहा है और वे पुरुषों के मुकाबले अधिक निवेश कर रही हैं. यह जानकारी रविवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई.

एम्फी और क्रिसिल की रिपोर्ट में बताया गया कि औसत रूप से महिलाएं पुरुषों के मुकाबले अधिक राशि निवेश करती हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने महिलाओं के एयूएम योगदान में राष्ट्रीय औसत को पार कर लिया है.

मिजोरम में महिला निवेशकों की एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) में हिस्सेदारी 44.1 प्रतिशत है, जिसके बाद नागालैंड में 39.1 प्रतिशत, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 38.6 प्रतिशत, सिक्किम में 37.9 प्रतिशत, गोवा में 37.2 प्रतिशत और नई दिल्ली में 36.8 प्रतिशत है.

इसके अलावा, महाराष्ट्र, गुजरात और पश्चिम बंगाल में एयूएम में महिलाओं की हिस्सेदारी 33.3 प्रतिशत से 35.4 प्रतिशत के बीच है.

कई पूर्वोत्तर राज्य महिला-केंद्रित सांस्कृतिक मानदंडों के कारण अलग पहचान रखते हैं, जो महिलाओं को वित्तीय निर्णय लेने में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.

रिपोर्ट में बताया गया कि आर्थिक केंद्र जैसे नई दिल्ली, महाराष्ट्र और गुजरात में निवेश में महिलाओं की भागीदारी में इजाफा हुआ है. इसकी वजह वित्तीय जागरूकता, आर्थिक गतिविधियों और साक्षरता दर में इजाफा होना है.

हालांकि, हरियाणा, राजस्थान और बिहार में एयूएम में महिलाओं की हिस्सेदारी कम है. इसकी वजह कम साक्षरता दर और वित्तीय समावेशन का कम होना है.

रिपोर्ट में बताया गया कि महिला निवेशकों का एयूएम बीते पांच वर्षों में बढ़कर मार्च 2024 में 11.25 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जो कि मार्च 2019 में 4.59 लाख करोड़ रुपये था.

देश के शीर्ष 30 मेट्रो शहरों के बाद आने वाले बी30 शहरों में महिलाओं की एयूएम में हिस्सेदारी 2024 में बढ़कर 25.2 प्रतिशत हो गई है, जो कि 2019 में 20.1 प्रतिशत थी.

वहीं, यह दिखाता है कि गैर-मेट्रो शहरों में महिला निवेशकों की संख्या में इजाफा हो रहा है.

एबीएस/