चेन्नई, 26 अक्टूबर . अक्टूबर के मध्य में पूर्वोत्तर मानसून के आगमन के बाद तमिलनाडु के कोडियाकराई बर्ड सेंचुरी में प्रवासी पक्षियों का आना शुरू हो गया है.
तमिलनाडु वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार दुनिया के विभिन्न हिस्सों से पक्षी नागपट्टिनम जिले में स्थित कोडियाकराई में प्वाइंट कैलिमेरे वन्यजीव और पक्षी सेंचुरी (अभयारण्य) में पहुंचे हैं.
जो प्रजातियां यहां देखने को मिल रही है उनमें लिटिल स्टिन्ट्स, फ्लेमिंगो, पेंटेड स्टॉर्क, पेलिकन, क्रैब प्लोवर, ह्यूग्लिन के गुल, मार्श सैंडपाइपर, कर्ल्यू सैंडपाइपर, ग्रेट नॉट्स, रेड नॉट्स और लिटिल एग्रेट्स शामिल हैं.
इनमें से ज्यादातर जलपक्षी हैं. बता दें कि अभ्यारण्य के आस-पास के इलाकों में उत्तर-पूर्वी मानसून के कारण हुई भारी बारिश ने इन प्रवासी पक्षियों को बड़ी संख्या में आने के लिए प्रोत्साहित किया है.
तमिलनाडु वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 2023 की तुलना में इस साल हुई अधिक वर्षा के कारण प्रवासी पक्षियों की आमद में वृद्धि हुई है.
अधिकारी ने कहा, “प्रवासी पक्षियों के आगमन के साथ ही अवैध शिकार का मुद्दा भी फिर से सामने आया है. हमने अभयारण्य के वेदारण्यम तालुक के गांवों में अवैध शिकार को रोकने के लिए कदम उठाए हैं. यहां प्रवासी पक्षियों की संख्या लगातार बढ़ रही है.”
उन्होंने कहा कि पक्षियों की सुरक्षा के लिए विभाग इन गांवों में गश्त कर रहा है.
तमिलनाडु के एक उत्साही पक्षी-पर्यवेक्षक और पक्षी-विज्ञानी ने टिप्पणी की, “वन विभाग को इन क्षेत्रों में न्यूनतम मानवीय हस्तक्षेप सुनिश्चित करना चाहिए, जहां प्रवासी पक्षी बड़ी संख्या में आते हैं. इन क्षेत्रों में मानवीय गतिविधि को सीमित करने के लिए इस अवधि के दौरान बैकवाटर मछली पकड़ने को कम किया जाना चाहिए.”
उन्होंने तमिलनाडु सरकार से उन मछुआरों को उचित मुआवजा देने का भी आग्रह किया, जिन्हें इस दौरान बैकवाटर मछली पकड़ने से रोका गया था. बता दें कि तमिलनाडु में पंद्रह पक्षी अभयारण्य हैं.
राज्य भर में पूर्वोत्तर मानसून के मजबूत होने के साथ वन अधिकारियों को उम्मीद है कि इनमें से कई अभयारण्यों में बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी आएंगे.
-
एमकेएस/जीकेटी