तमिलनाडु में भाजपा के साथ गठबंधन लगभग तय होने के बाद ओपीएस फिर अन्नाद्रमुक के चुनाव चिह्न पर दावा ठोकेंगे

चेन्नई, 13 मार्च . अन्नाद्रमुक से निष्कासित नेता और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम (ओपीएस) पार्टी के चुनाव चिह्न ‘दो पत्तियों’ के लिए फिर से दावा करेंगे. सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी.

अन्नाद्रमुक से ओपीएस और उनके करीबी सहयोगियों के निष्कासन के बाद, पार्टी पर पूरा नियंत्रण तमिलनाडु विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एडप्पादी पलानीस्वामी (ईपीएस) के पास है.

ओपीएस के निष्कासन के खिलाफ कई अदालती मामले खारिज कर दिए गए, जबकि ‘दो पत्तियों’ के निशान के लिए अभी भी कुछ अदालती मामले लंबित हैं.

भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने हाल ही में ईपीएस को एक नोटिस भेजकर ‘दो पत्तियाँ’ चुनाव चिह्न जब्त करने के लिए सूर्यमूर्ति नामक एक व्यक्ति द्वारा दायर याचिका का जवाब देने के लिए कहा था, क्योंकि कई सिविल मुकदमे अदालतों में लंबित थे.

यदि चुनाव चिह्न जब्त कर लिया जाता है, तो यह ईपीएस गुट के लिए एक बड़ा झटका होगा जो अधिकतम संभव सीटें जीतने की बेताब कोशिश कर रहा है.

गौरतलब है कि ओपीएस ने भाजपा नेतृत्व के साथ दो दौर की चर्चा की है, जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व के प्रतिनिधि, केंद्रीय मंत्री वी.के. सिंह और जी. किशन रेड्डी शामिल हैं.

सूत्रों के मुताबिक, ओपीएस ने भाजपा नेतृत्व से अपनी तरफ से 15 लोकसभा सीटें और एक राज्यसभा सीट आवंटित करने का अनुरोध किया है.

चूंकि भाजपा एक स्थानीय द्रविड़ संगठन का समर्थन चाह रही है, इसलिए ओपीएस द्वारा दिया गया समर्थन उसके लिए एक वरदान बन गया है, क्योंकि जिस थेवर समुदाय से ओपीएस आते हैं, वह दक्षिण तमिलनाडु के कई हिस्सों में शक्तिशाली है.

भाजपा के नए समर्थन के साथ, ओपीएस ने अपने गुट को ‘दो पत्तियाँ’ चुनाव चिह्न मिलने और राज्य से अधिकतम सीटें जीतने का भरोसा जताया है.

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