‘ऑपरेशन सिंदूर’ क्यों सरकार ने बीच में रोका? अमित शाह ने सदन को बताया

New Delhi, 29 जुलाई . केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के पीछे की वजह बताई. Lok Sabha को बताया कि आतंकवादियों को जवाब देने के लिए भारत पड़ोसी देश में 100 किलोमीटर अंदर गया. वहां जाकर 9 अड्डों और 100 से अधिक आतंकियों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया. गृह मंत्री ने ‘संघर्ष विराम’ पर उठते सवालों का भी जवाब दिया.

विपक्ष ने सवाल उठाया कि हम अच्छी स्थिति में थे, तो फिर युद्ध क्यों नहीं किया? अमित शाह ने जवाब दिया, “युद्ध के कई परिणाम होते हैं. युद्ध सोच समझकर करना पड़ता है.”

गृह मंत्री ने कांग्रेस को 1948 के युद्ध की याद दिलाई. उन्होंने कहा कि उस समय लड़ाई निर्णायक पड़ाव पर थी, लेकिन जवाहर लाल नेहरू ने एकतरफा युद्धविराम किया. इसी युद्धविराम के कारण पीओके अस्तित्व में है. इसके जिम्मेदार जवाहर लाल नेहरू हैं.

अमित शाह ने सिंधु जल संधि के फैसले की याद दिलाई, जिसमें 80 प्रतिशत पानी पाकिस्तान को दिया गया था. उन्होंने 1965 में जीते हाजी पीर को वापस लौटाने और 1971 की जीत के बाद शिमला समझौते में पीओके को नहीं मांगने पर कांग्रेस को घेरा.

गृह मंत्री ने “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत ने 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया. इन हमलों में कोई आम नागरिक नहीं मारा गया, सिर्फ आतंकवादी इस हमले में मारे गए. बहावलपुर में मरकज शुभानअल्लाह, मुरीदके में मरकज तैयबा, सियालकोट में मेहमूना जोया कैंप और सरजल कैंप, मुजफ्फराबाद में सवाईनाला और सैयदना बिलाल कैंप, कोटली में गुलपुर और अब्बास कैंप के साथ बरनाला कैंप भीमबर को भारतीय सेना ने टारगेट किया.

अमित शाह ने कहा कि पाकिस्तान ने खुद गलतियां कीं. भारत ने आतंकियों पर हमला किया, लेकिन पाकिस्तान ने इसे अपने ऊपर हमला माना. आतंकवादियों के जनाजे को पाकिस्तान की सेना ने कंधा दिया, लेकिन वे भूल गए थे कि यह सब पूरी दुनिया देखेगी. पूरी दुनिया में पाकिस्तान खुद को आतंक पीड़ित बताता है, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर ने एक्सपोज किया कि वहां ‘स्टेट प्रायोजित आतंकवाद’ है.

इस संघर्ष में भारत के नुकसान को लेकर भी अमित शाह ने Lok Sabha में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने भारतीय सेना के अड्डों पर हमले किए. किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ. एक गुरुद्वारा और एक मंदिर इन हमलों में टूटे. कुछ नागरिक घायल हुए.

सदन को बताया कि भारत ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस को तबाह किया, जिनमें से 8 एयरबेस पर सबसे ज्यादा नुकसान हुआ.

डीसीएच/केआर