ब्रातिस्लावा, 28 दिसंबर . स्लोवाक प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको ने कहा कि उनकी सरकार यूक्रेन को बिजली की आपूर्ति रोक सकती है. उन्होंने कहा, ‘1 जनवरी के बाद हम स्थिति का आकलन करेंगे और यूक्रेन के खिलाफ संभावित पारस्परिक उपायों पर विचार करेंगे.’
यदि कोई विकल्प नहीं मिल पाता है तो यूक्रेन से होकर यूरोप तक जाने वाली रूसी गैस की आपूर्ति वर्ष के अंत में बंद होने की उम्मीद है, जब मौजूदा डील समाप्त हो जाएगी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूक्रेन ने कहा है कि वह 1 जनवरी से अपने क्षेत्र में रूसी गैस के प्रवाह की अनुमति नहीं देगा.
रॉबर्ट फिको ने सोशल मीडिया वीडियो पोस्ट में कहा, “अगर जरूरी हुआ तो हम बिजली की सप्लाई रोक देंगे, जिसकी यूक्रेन को ग्रिड में व्यवधान के दौरान बेहद जरुरत है. या फिर हम किसी अन्य कार्रवाई पर सहमत होंगे.”
फिको ने कहा कि अनुमान के अनुसार, अगर यूक्रेन और स्लोवाकिया के माध्यम से रूसी गैस का सप्लाई रुकती है, तो यूरोपीय संघ को अगले दो वर्षों में 120 बिलियन यूरो का नुकसान हो सकता है. उन्होंने यह भी बताया कि स्लोवाकिया को सप्लाई फीस में सालाना 500 मिलियन यूरो तक का नुकसान हो सकता है.
फिको ने यह भी कहा कि अगर कोई स्लोवाकिया में शांति वार्ता आयोजित करना चाहता है, तो उनकी सरकार इसके लिए तैयार है. उन्होंने 22 दिसंबर को मास्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी और इस दौरान गैस की सप्लाई समेत कई मुद्दों पर चर्चा की थी.
इससे पहले 3 अक्टूबर को, फिको ने रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष को जल्दी समाप्त करने की अपील की थी. उन्होंने कहा था कि युद्ध ‘सभी के लिए दुर्भाग्य’ है और हर संघर्ष का अंत बातचीत से होना चाहिए. उन्होंने यूक्रेन के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखने की स्लोवाकिया की प्रतिबद्धता भी व्यक्त की थी.
इसके अलावा उन्होंने रूस के साथ द्विपक्षीय संबंधों को फिर से स्थापित करने की इच्छा भी जाहिर की. प्रधानमंत्री ने कहा, “यूरोपीय संघ को रूस की जरूरत है और रूस को भी यूरोपीय संघ की जरूरत है.”
–
पीएसएम/एमके