मुंबई, 14 अक्टूबर . महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था और मुंबई में हल्के वाहनों की एंट्री में टोल को मुफ्त करने के फैसले पर प्रतिक्रिया दी.
बाबा सिद्दीकी की हत्या को लेकर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर किए गए सवाल पर एकनाथ शिंदे ने कहा कि जो भी कानून हाथ में लेगा, उसको बिल्कुल छोड़ा नहीं जाएगा. कानून तोड़ने वालों को कड़ी से कड़ी सजा होगी और फांसी भी दी जा सकती है.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि पूर्व की महाविकास अघाड़ी सरकार में तो गृह मंत्री जेल गए थे. उस समय कानून व्यवस्था इतनी बिगड़ी थी कि उद्योगपति सुरक्षित नहीं थे. उस समय पुलिस वाले होटलों से वसूली करते थे.
मुंबई में हल्के वाहनों को टोल फ्री करने के सवाल पर एकनाथ शिंदे ने कहा कि पिछली सरकार सिर्फ वसूली करना जानती थी, लेकिन, हम मदद करते हैं. हमने मुंबई में जो टोल माफ किया है, ये जनता की बहुत पुरानी मांग थी. यह कोई चुनावी जुमला नहीं बल्कि ये फैसला हमेशा कायम रहेगा. उन्होंने विपक्षी महागठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि वो लेना बैंक थे, लेकिन हम देना बैंक हैं.
बता दें कि, सोमवार को महाराष्ट्र कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक थी, जिसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बड़ा फैसला लिया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी कि मुंबई के पांच एक्सेस मार्गों पर हल्के वाहनों के लिए रोड टैक्स (ट्रोल) को माफ कर दिया गया है. नियम सोमवार रात 12 बजे से लागू होंगे.
मुंबई में हल्के वाहनों की एंट्री को टोल फ्री करने पर विपक्ष शिंदे सरकार को घेरने का काम कर रही है. शिवसेना (यूबीटी) से राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इसे एक चुनावी जुमला बताते हुए कहा था कि ‘शिंदे कैबिनेट के इस फैसले से स्पष्ट है कि सरकार घबराई हुई है और जानती है कि ये कुछ ही दिन सत्ता में रहेंगे.’
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एससीएच/एबीएम