नई दिल्ली, 15 सितंबर . दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को आम आदमी पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दो दिन बाद पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है. ऐसे में दिल्ली के अगले सीएम को लेकर अटकलों का बाजार गरम हो गया है.
इस रेस में आप नेता आतिशी मार्लेना का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है. आप आलाकमान का करीबी होना और महिला होना उनके पक्ष में जाता है. वह सीएम केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की भी भरोसेमंद सहयोगी हैं. ऐसे में संभावना है कि आतिशी दिल्ली सरकार की कमान संभाल सकती हैं. वह 2013 के विधानसभा चुनावों के लिए आप का घोषणापत्र तैयार करने वाली समिति की प्रमुख सदस्य थीं. वह आम आदमी पार्टी को विस्तार देने में अहम भूमिका निभाती रही हैं.
दिल्ली सरकार के मुखिया केजरीवाल के बाद आतिशी इस वक्त सरकार में दूसरी सबसे पावरफुल मंत्री है. वर्तमान में दिल्ली कैबिनेट में उनके पास पांच विभाग हैं. इनमें महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, पर्यटन, कला, संस्कृति और भाषा, लोक निर्माण विभाग और बिजली शामिल हैं. ऐसे में सीएम पद पर उनकी दावेदारी को खारिज नहीं किया जा सकता.
आतिशी के अलावा सौरभ भारद्वाज का नाम सियासी गलियारों में सुर्खियां बटोर रहा है. सौरभ भारद्वाज के पास इस वक्त भारी भरकम विभागों की जिम्मेदारी है. वो सरकार और संगठन के मोर्चे पर पार्टी में अपनी उपयोगिता साबित कर चुके हैं. ऐसे में तमाम सियासी समीकरणों को साधने के लिए पार्टी सीएम की कुर्सी उन्हें सौंप सकती है. जहां तक राघव चड्ढा की बात है, तो पार्टी उन्हें भी दिल्ली की राजनीति में लाकर बड़ा दांव खेल सकती है.
इनके अलावा दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय, कैलाश गहलोत का नाम चर्चा के केंद्र में है. वहीं आप विधायक कुलदीप कुमार का नाम चौंकाने वाला हो सकता है. सीएम केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल का नाम भी चर्चा में है. हालांकि, सीएम केजरीवाल ने कहा है कि आप विधायक दल, जिसे अपना नेता चुनेगा, वही दिल्ली का सीएम बनेगा.
पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह को लेकर सीएम केजरीवाल ने तस्वीर साफ कर दी है. उन्होंने कहा कि जो पीड़ा मेरे मन में है, वहीं मनीष सिसोदिया के मन में है. वे दिल्ली के उपमुख्यमंत्री का पद तभी संभालेंगे, जब दिल्ली की जनता कहेगी कि वो ईमानदार हैं. हम दोनों का फैसला जनता के हाथ में है. वहीं आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह दिल्ली शराब घोटाले मामले में जेल से बाहर हैं. ऐसे में उनके नाम पर विचार होने की उम्मीद कम है.
इसके पहले सीएम अरविंद केजरीवाल ने पार्टी नेताओं संबोधित करते हुए कहा, “मैं जब जेल में था, तो भाजपा वालों ने पूछा कि केजरीवाल ने अपने पद से इस्तीफा क्यों नहीं दिया. मैं आपसे पूछने आया हूं कि क्या आप केजरीवाल को ईमानदार मानते हो कि गुनहगार . दो दिन के बाद मैं सीएम पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं. मैं तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा, जब तक जनता अपना फैसला न सुना दे. आप अपना फैसला सुनाओगे, तब मैं जाकर उस कुर्सी पर बैठूंगा.”
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एकेएस/