नई दिल्ली, 6 सितंबर . खुद को स्वस्थ रखने के लिए के लिए अक्सर लोगों को हरी और ताजी सब्जियां खाने की सलाह दी जाती है. लोग फिट और स्वस्थ रहने के लिए ताजी सब्जियों का खूब सेवन करते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि कुछ ऐसी सब्जियां, जिनके अंदर बीज मौजूद होते है, का सेवन कई लोगों के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता है.
बीज वाली सब्जियों में ऑक्जेलिक एसिड और ऑक्सालेट जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो गुर्दे की समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए बड़ी समस्या खड़ी कर सकते हैं. गुर्दे की पथरी तब बनती है जब यूरिन में कुछ केमिकल्स का संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे क्रिस्टल बनते हैं और यह पथरी का रूप ले लेती है. किडनी का मुख्य काम शरीर में लिक्विड और केमिकल्स के लेवल की देखरेख करना है.
गुर्दे की पथरी का इलाज दवाइयों के माध्यम से और सही भोजन से किया जा सकता है. गुर्दे की पथरी से जूझ रहे लोगों को बैंगन, टमाटर, खीरा, पालक जैसी सब्जियों का सेवन नहीं करना चाहिए. बैंगन में ऑक्सालेट नामक तत्व पाया जाता है जो किडनी स्टोन को बढ़ाने का काम करता है. इसी वजह से किडनी स्टोन से पीड़ित लोगों को इसका सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है.
टमाटर के बीजों में भी ऑक्सालेट तत्व के पाए जाने की वजह से इसका सेवन किडनी स्टोन पीड़ितों को न करने की सलाह दी जाती है. खीरा शरीर में पोटेशियम के स्तर को बढ़ा देता है, जिससे गुर्दे के गंभीर रोगियों को बचना चाहिए. ऐसे रोगियों को खीरा के सेवन न करने की सलाह दी जाती है.
हालांकि, यह ध्यान देना चाहिए कि सभी बीज वाली सब्जियों में ऑक्सालेट एक समान मात्रा में नहीं होता है. किसी में कम और किसी में इसकी मात्रा अधिक होती है. ऐसे में गुर्दे की पथरी के रोगियों को संतुलित आहार की सलाह दी जाती है.
इसके अलावा, पालक एक ऐसी सब्जी है जो बीज वाली भले ही नहीं है परंतु इस हरी सब्जी में भी ऑक्सालेट भरपूर मात्रा में पाए जाने की वजह से किडनी के रोगियों को इसे न खाने की सलाह दी जाती है.
किडनी के अलावा गाल ब्लैडर में भी पथरी होती है. उसके लिए ऑपरेशन की जरूरत होती है. किडनी स्टोन के कुछ मामलों में भी सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है.
–
पीएसएम/एएस