पश्चिमी इथियोपिया में हैजा का प्रकोप रोकने के लिए डब्ल्यूएचओ, एमएसएफ द्वारा सामूहिक प्रयासों का आग्रह

अदीस अबाबा, 15 मार्च . पश्चिमी इथियोपिया में तेजी से फैल रहे हैजा के प्रकोप को रोकने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और इंटरनेशनल मेडिकल चैरिटी मेडिसिन सेंस फ्रंटियर्स (एमएसएफ) ने मिलकर प्रयास करने की अपील की है.

एमएसएफ ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा कि पश्चिमी इथियोपिया के गेमबेला क्षेत्र में हैजा बहुत तेजी से फैल रहा है, जिससे हजारों लोगों की जान खतरे में पड़ गई है. क्षेत्रीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, अब तक 1,500 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और 31 लोगों की मौत हो चुकी है.

दक्षिण सूडान के अपर नाइल स्टेट में बढ़ती हिंसा के कारण हजारों लोग बेघर हो रहे हैं, जिससे उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं, स्वच्छ पानी और सफाई सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है.

बुधवार देर रात जारी एक बयान में डब्ल्यूएचओ ने बीमारी के तेजी से फैलने पर चिंता जताई. न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, गम्बेला के अकोबो जिले में पिछले महीने पहली बार हैजा के मामले मिले थे, जो अब तक आठ जिलों और चार शरणार्थी शिविरों तक फैल चुका है.

डब्ल्यूएचओ ने बताया कि उसने इस प्रकोप से निपटने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम भेजी है, जो इस बीमारी पर नियंत्रण, नजर रखने, मरीजों के इलाज, संक्रमण रोकथाम, लोगों को जानकारी देने और उनकी मदद करने और पानी, सफाई व स्वच्छता की सुविधाओं को बेहतर बनाने में मदद करेगी.

दोनों संगठनों ने बताया कि गंदा पानी और सफाई की कमी इस बीमारी के तेजी से फैलने की बड़ी वजह हैं. उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने और प्रभावित इलाकों में स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने पर जोर दिया. इसके अलावा, हैजा को रोकने के लिए टीकाकरण अभियान चलाने की जरूरत भी बताई गई.

दक्षिण सूडान के अपर नाइल स्टेट में सेना और सशस्त्र गुटों के बीच बढ़ते संघर्ष के कारण बड़ी संख्या में शरणार्थी और घायल लोग इथियोपिया आ रहे हैं, जिससे गम्बेला क्षेत्र में हैजा का संकट और बढ़ गया है.

डब्ल्यूएचओ ने बताया कि वह दक्षिण सूडान और इथियोपिया के संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर हैजा की रोकथाम के प्रयासों की समीक्षा और सहयोग को मजबूत करने के लिए काम कर रहा है.

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