डब्ल्यूएचओ और बहुपक्षीय विकास बैंकों ने 1.5 अरब डॉलर के प्राथमिक स्वास्थ्य वित्तपोषण समझौते पर हस्ताक्षर किए

नई दिल्ली, 24 सितंबर . विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और बहुपक्षीय विकास बैंकों (एमडीबी) ने 15 देशों में 1.5 अरब डॉलर का प्राथमिक स्वास्थ्य वित्तपोषण मंच (प्राइमरी हेल्थ फाइनेंसिंग प्लेटफॉर्म) लॉन्च किया है. इसका उद्देश्य निम्न और मध्यम आय वाले देशों में स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है.

नए ‘स्वास्थ्य प्रभाव निवेश प्लेटफॉर्म’ के तहत ऐतिहासिक साझेदारी का उद्देश्य महामारी के खतरों जैसे- मंकीपॉक्स और जलवायु संकट के खिलाफ लचीलापन बनाने के लिए कमजोर और वंचित समुदायों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा (पीएचसी) को मजबूत करने के लिए समन्वित प्रयासों की जरूरत पूरा करना है.

पहले चरण के लिए लगभग 15 देशों की पहचान की गई है. इनमें बुरुंडी, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, कोमोरोस, जिबूती, मिस्र, इथियोपिया, गिनी बिसाऊ, जॉर्डन, मालदीव, मोरक्को, सेनेगल, दक्षिण सूडान, गाम्बिया, ट्यूनीशिया और जाम्बिया शामिल हैं.

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयेसस ने कहा, “प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल स्वास्थ्य और कल्याण को बेहतर बनाने का सबसे न्यायसंगत, लागत प्रभावी और समावेशी तरीका है. यह लोगों को स्वस्थ रखने, बीमारियों को रोकने और शुरुआती चरण में प्रकोप का पता लगाने में मदद करता है.”

उन्होंने नए ‘स्वास्थ्य प्रभाव निवेश प्लेटफॉर्म’ को नए वित्तपोषण का महत्वपूर्ण स्रोत बताया, जोकि जलवायु और संकट-रोधी प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के निर्माण में मदद करेगा.

यह प्लेटफॉर्म इन देशों की सरकारों के साथ मिलकर काम करेगा ताकि उनके प्राथमिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य रणनीतियां विकसित की जा सके. वे राष्ट्रीय स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करने वाले निवेश अवसरों को भी प्राथमिकता देंगे. न्यूयॉर्क में उच्च स्तरीय गोलमेज बैठक में इस वित्त पोषण समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं.

इस गोलमेज सम्मेलन में साझेदारी के तीन संस्थापक मल्टीलेटरल डेवलपमेंट बैंक्स (एमडीबी)- अफ्रीकी डेवलपमेंट बैंक (एएफडीबी), यूरोपीय इन्वेस्टमेंट बैंक (ईआईबी), और इस्लामिक डेवलपमेंट बैंक (आईडीबी), विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और जिबूती, मिस्र एवं इथियोपिया के राज्य प्रमुखों, वित्त और स्वास्थ्य मंत्रियों ने हिस्सा लिया. उनके साथ एशियाई विकास बैंक भी शामिल हुआ.

वैश्विक स्वास्थ्य संस्था ने कहा कि ईआईबी और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने निवेश योजनाओं को शुरू करने के लिए 10 मिलियन यूरो के शुरुआती योगदान पर हस्ताक्षर किए हैं. इस्लामिक विकास बैंक और अफ्रीकी विकास बैंक के भी जल्द ही इस पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है.

एफजेड/जीकेटी