बीजिंग, 15 अप्रैल . हाल ही में दुनिया का सबसे बड़ा कार रो-रो जहाज “शनचन” अपनी पहली यात्रा के लिए चीन से रवाना होने वाला है, जो बीवाईडी जैसी चीनी कार कंपनियों के नए ऊर्जा वाहनों से लदा हुआ है और विदेश जा रहा है. यह न केवल चीन के नए ऊर्जा उत्पादों के वैश्विक होने का एक लघु रूप है, बल्कि यह चीन के विदेशी व्यापार का मजबूत लचीलापन और असीमित जीवन शक्ति को भी दर्शाता है.
पहली तिमाही में चीन के कुल माल आयात और निर्यात में लगातार वृद्धि हुई, विशेषकर निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि हुई. वैश्विक व्यापार के समक्ष उपस्थित अनेक चुनौतियों की पृष्ठभूमि में यह उपलब्धि प्राप्त करना आसान नहीं है.
चीन के विदेशी व्यापार का लचीलापन मुख्यतः घरेलू अर्थव्यवस्था की ठोस नींव के कारण है. औद्योगिक उत्पादन तेजी से बढ़ा है और उपभोक्ता बाजार स्थिर है तथा इसमें सुधार हो रहा है, जिससे आयात के लिए पर्याप्त गुंजाइश बनी है. यद्यपि पहली तिमाही में आयात में गिरावट आई, लेकिन पुर्जों, उपकरणों, उपभोक्ता वस्तुओं आदि के आयात में उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जिससे चीनी बाजार की विशाल क्षमता और आयात वृद्धि की स्थिरता का पता चलता है.
विविधीकृत बाजार का निर्माण चीन के विदेशी व्यापार लचीलेपन का एक अन्य प्रमुख स्रोत है. आसियान चीन का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना हुआ है. साथ ही चीन के यूरोपीय संघ, बेल्ट एंड रोड पहल में भाग लेने वाले देशों तथा अन्य देशों के साथ घनिष्ठ व्यापारिक संबंध हैं. अमेरिकी सरकार द्वारा टैरिफ के दुरुपयोग की चुनौती के सामने भी, चीन-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि जारी है, जो चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापार सहयोग की अंतर्जात प्रेरक शक्ति और टैरिफ बाधाओं की इसे रोकने में असमर्थता को दर्शाता है.
नवाचार चीन के विदेशी व्यापार को आगे बढ़ाने वाला एक महत्वपूर्ण इंजन है. पहली तिमाही में, उपकरण विनिर्माण उत्पादों के आयात और निर्यात का विदेशी व्यापार में आधा हिस्सा था और स्वतंत्र ब्रांड उत्पादों के निर्यात पैमाने में साल दर साल वृद्धि हुई है. कॉफी मशीनों से लेकर इलेक्ट्रिक कारों तक, चीनी उत्पादों की तकनीकी सामग्री में लगातार सुधार हो रहा है और “नवाचार” चीन के विदेशी व्यापार का एक विशिष्ट लेबल बन गया है.
इसके अलावा, विदेशी व्यापार को स्थिर करने के लिए नीतियों की एक श्रृंखला का कार्यान्वयन प्रभावी रहा है, जिससे चीन के विदेशी व्यापार को मजबूत समर्थन मिला है. सरकार ने वित्तपोषण सहायता बढ़ा दी है, सीमा पार ई-कॉमर्स के विकास को बढ़ावा दिया है, कारोबारी माहौल को अनुकूलित किया है और सीमा शुल्क निकासी दक्षता में सुधार किया है, जिसने कई विदेशी वित्त पोषित उद्यमों को चीन में निवेश करने और व्यवसाय शुरू करने के लिए आकर्षित किया है, जिसने विदेशी व्यापार के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
अमेरिका द्वारा तथाकथित “रेसिप्रोकल टैरिफ” लगाने जैसी व्यापार चुनौतियों का सामना करते हुए, चीन पीछे नहीं हटा है, बल्कि उसने घरेलू और विदेशी व्यापार के एकीकरण में तेजी लाई है और खुलेपन का दृढ़तापूर्वक विस्तार किया है. चीन अंतर्राष्ट्रीय उपभोक्ता उत्पाद एक्सपो और कैंटन फेयर जैसी प्रदर्शनियों के सफल आयोजन ने खुलेपन के प्रति चीन के दृष्टिकोण और दृढ़ संकल्प को और अधिक प्रदर्शित किया.
चीन के विदेशी व्यापार का लचीलापन कई पहलुओं से आता है, जिसमें घरेलू अर्थव्यवस्था की स्थिरता, विविध बाजार का निर्माण, नवाचार की प्रेरणा और विदेशी व्यापार को स्थिर करने के लिए नीतियों का समर्थन शामिल है. भविष्य की ओर देखें तो चीन का विदेशी व्यापार तमाम बाधाओं के बावजूद आगे बढ़ता रहेगा, विश्व में अधिक निश्चितता लाएगा, तथा निश्चित रूप से व्यापक भविष्य हासिल करेगा.
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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