जब शाहरुख खान को हंसता देख आग बबूला हो गए थे सतीश शाह, डायरेक्टर फराह खान से की थी शिकायत

Mumbai , 25 अक्टूबर . मशहूर हास्य Actor सतीश शाह का Saturday को निधन हो गया है. फिल्मकार अशोक पंडित ने इस बात की जानकारी social media पर शेयर की. सतीश शाह ने करीब 4 दशकों तक हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में काम किया. इस दौरान उन्होंने कई हिट फिल्मों और टीवी सीरियल्स में अपनी अदाकारी से लोगों का दिल जीता.

उनकी अदाकारी इतनी रियल होती थी कि उनके साथ काम करने वाले एक्टर शूटिंग करने की बजाय हंस-हंसकर लोटपोट हो जाया करते थे. ऐसा ही एक वाकया फिल्म ‘मैं हूं ना’ की शूटिंग के दौरान हुआ. दरअसल, एक सीन को फिल्माते समय उनकी एक्टिंग और कमाल की कॉमिक टाइमिंग देख शाहरुख खान की हंसी छूट गई थी, लेकिन सतीश शाह ने उसे शॉट खराब करने की कोशिश समझा और डायरेक्टर फराह खान से फिल्म छोड़ने की बात कह दी. मामला बिगड़ते देख शाहरुख खान आगे आए और उन्होंने सतीश शाह की गलतफहमी दूर की.

यह किस्सा खुद उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में शेयर किया था. सतीश शाह ने बताया था कि फिल्म ‘मैं हूं ना’ के डायरेक्टर फराह खान ने उन्हें दो किरदार ऑफर किए थे. पहला था कॉलेज के प्रिंसिपल का और दूसरा था एक थूकने वाले प्रोफेसर का.

यह किरदार लेक्चर या बात करते समय थूक फेंकता था. सतीश को लगा कि ये रोल उनकी कॉमिक स्टाइल से मैच करेगा और वाकई ये उनके करियर का एक यादगार हिस्सा बन गया.

‘मैं हूं ना’ की शूटिंग शुरू हुई. सतीश ने मिरर के सामने उस लहजे में बोलने की प्रैक्टिस की, लेकिन सेट पर पहुंचे तो हालात उलट गए. पहले ही टेक में सतीश ने जब डायलॉग बोला, “क्लास, अटेंशन!” और ‘थूकने’ का ऐक्ट किया तो साथी कलाकार शाहरुख खान, सुष्मिता सेन समेत वहां मौजूद सभी लोग हंस पड़े.

सतीश को लगा कि उनसे शॉट गलत हो गया, लेकिन फराह खान ने कट न कहकर कहा- ‘परफेक्ट! फिर से.” दूसरे टेक में फिर वही—हंसी का दौर.

8 टेक तक ऐसे ही चलता रहा, कभी शाहरुख की आंखों में आंसू आ जाते, कभी सुष्मिता कंधे हिला-हिलाकर हंसतीं. यह देख सतीश का चेहरा लाल हो गया. वे इतने परेशान हो गए कि मन बना लिया कि अब वह यह फिल्म छोड़ देंगे, सब उनका मजाक उड़ा रहे हैं.

सतीश गुस्से में फराह खान के पास गए और बोले, “ये क्या हो रहा है? अगर ऐसे ही चलेगा तो मैं जा रहा हूं.” तभी शाहरुख ने बीच में कूदकर कहा, “सर, रुकिए! समस्या ये है कि आपकी एक्टिंग इतनी रियल है कि हम अपनी हंसी रोक नहीं पा रहे, लेकिन सीन तो पूरा करना है.”

फिर टीम ने इसे शूट करने का आइडिया निकाला. सतीश शाह के शॉट्स अलग से फिल्माए गए और बाकी कलाकारों के अलग. आखिरी में जब एडिटिंग हुई, तो सीन परफेक्ट लग रहा था. जब फिल्म रिलीज हुई, तो दर्शक ठहाकों से लोट-पोट हो गए. सतीश शाह के इस किरदार की आज भी लोग नकल करते दिखाई देते हैं.

जेपी/वीसी