जब सलमान खान को लगता था टिकट खिड़की पर भीड़ जुटाना उनके बूते का नहीं

मुंबई, 24 अगस्त . सलमान खान वर्तमान में बॉलीवुड के सबसे बड़े और सबसे भरोसेमंद सुपरस्टार्स में से एक हैं, लेकिन एक समय ऐसा भी था जब अभिनेता का आत्मविश्वास हिला हुआ था. ये उस दौर की बात है जब ‘मैंने प्यार किया’ बन रही थी. सलमान एक बड़ी फिल्म में काम करने का सोचकर ही घबरा जाते थे. उनका आत्मविश्वासी डगमगाया हुआ था. यही वजह है कि वो खुद को अपने दोस्तों जैकी श्रॉफ या अनिल कपूर से कमतर मानते थे.

जैकी और अनिल 1980 के दशक के बड़े सितारे थे. उन्होंने ‘राम लखन’, ‘कर्मा’, ‘परिंदा’ और अन्य जैसी कई फिल्मों में एक साथ काम किया था. इसलिए सलमान के लिए उन्हें मुख्य कलाकार के रूप में देखना स्वाभाविक था.

एक पुराने इंटरव्यू में सलमान ने मशहूर गाने ‘कबूतर जा जा’ की शूटिंग के दौरान एक पल को याद किया जिसे सुनकर उनकी आंखों में आंसू आ गए थे. उन्होंने कहा, “मैं लगभग 18 साल का था और ‘कबूतर जा जा जा’ गाने की शूटिंग के दौरान एक ऐसा पल आया जो वाकई यादगार था तब मुझे अचानक लगा कि यह रोल मेरे लिए ही है.”

अभिनेता ने कहा, “कई बार नरेशन के दौरान, मैं जैकी श्रॉफ या अनिल कपूर को उन भूमिकाओं में देखता था, लेकिन मैं वास्तव में खुद को कभी बड़ी फ़िल्मों में काम करते हुए नहीं देख सकता था. वह क्षण पहली बार था जब मुझे वास्तव में लगा, ‘हाँ, मैं यह कर सकता हूँ’. मेरी आँखों में आँसू थे.”

बता दें कि ‘मैंने प्यार किया’ ने सलमान को स्टार के रूप में स्थापित किया. यह मूवी 23 अगस्त को सिनेमाघरों में पुनः रिलीज हुई और लोगों के भीतर पुरानी यादों को फिर से ताजा करा गई.

विंदू दारा सिंह, दीपक तिजोरी और फ़राज खान ने प्रेम की भूमिका के लिए ऑडिशन दिया था. जबकि ‘अमर अकबर एंथनी’ में खलनायक ज़बिस्को की भूमिका निभाने वाले अभिनेता यूसुफ खान के बेटे फ़राज़ खान को इस भूमिका के लिए लगभग चुन लिया गया था, लेकिन सेहत से जुड़ी परेशानियों के चलते अंतिम समय में बदल दिया गया. अंततः यह भूमिका सलमान खान को मिली और फिल्म सुपर हिट रही जिसका लाभ उन्हें भरपूर मिला.

बता दें कि 29 दिसंबर 1989 को रिलीज हुई इस फिल्म ने प्रोडक्शन हाउस राजश्री प्रोडक्शन को बर्बाद होने से बचा लिया था. उस वक्त राजश्री प्रोडक्शन हाउस बंद होने के कगार पर था.

आरके/केआर