Mumbai , 22 अगस्त . सायरा बानो हिंदी सिनेमा की वो शख्सियत हैं जिनकी लोकप्रियता 1960 और 1970 के दशक के शुरुआत में चरम पर थी. पर्दे पर उन्हें देखने को दर्शक बेताब रहते थे. सायरा की खूबसूरती ऐसी थी कि उन्हें टाइम्स की टॉप 50 खूबसूरत भारतीय महिलाओं की लिस्ट में शामिल किया गया था.
सायरा बानो का जन्म 23 अगस्त 1944 को हुआ था. उनकी मां, नसीम बानो भी एक जानी-मानी अभिनेत्री थीं. सायरा की एक्टिंग ऐसी थी कि उन्हें अपने पूरे करियर में चार बार फिल्मफेयर पुरस्कारों के लिए नामांकन प्राप्त हुआ. सायरा ने 17 साल की उम्र में ही फिल्मी दुनिया में कदम रखा. उनकी पहली फिल्म 1961 में आई ‘जंगली’ थी, जिसमें वे शम्मी कपूर के साथ थीं.
इस फिल्म में उनकी सुंदरता और अदाकारी को बहुत पसंद किया गया और वे रातों-रात स्टार बन गईं. इसके लिए उन्हें बेस्ट एक्ट्रेस के फिल्मफेयर पुरस्कार का नामांकन मिला. इसके बाद उन्होंने ‘शागिर्द’, ‘दीवाना’, ‘ब्लफ मास्टर’, ‘आई मिलन की बेला’, ‘झुक गया आसमान’, ‘पड़ोसन’, ‘विक्टोरिया नंबर 203’, ‘हेरा फेरी’ जैसी फिल्मों में काम किया.
फिल्मों से ब्रेक लेकर उन्होंने दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार से शादी की. इसके बाद वे फिल्मों में नहीं आई. दोनों की प्रेम कहानी भी बहुत दिलचस्प है. दिलीप कुमार, जो उस समय के सबसे बड़े सुपरस्टार थे, सायरा से 22 साल बड़े थे. शुरू में दिलीप कुमार ने इस रिश्ते को लेकर झिझक महसूस की थी, लेकिन सायरा के प्यार और समर्पण ने उन्हें शादी के लिए मना लिया. 1966 में उनकी शादी हुई.
सायरा जब लंदन में रहती थीं, तभी से ही दिलीप कुमार को मन ही मन चाहने लगी थीं. उनके कमरे की दीवारें दिलीप कुमार की तस्वीरों से सजी रहती थीं. एक बार उनकी मां ने उन्हें एक मैगजीन भेजी जिसमें दिलीप कुमार की फिल्म ‘मधुमती’ की एक तस्वीर थी. उस तस्वीर में दिलीप कुमार एक्ट्रेस वैजयंतीमाला के बहुत करीब खड़े थे. सायरा को यह तस्वीर देखकर इतनी जलन हुई कि उन्होंने तुरंत कैंची उठाई और तस्वीर से वैजयंती माला का हिस्सा काट दिया. यह जानकारी सायरा बानो ने खुद एक इंटरव्यू में दी थी.
बाद में जब वे दिलीप कुमार से मिलीं और यह किस्सा सुनाया, तो दोनों खूब हंसे. यह घटना दिलीप कुमार के प्रति गहरे प्यार को दर्शाती है. कहते हैं कि सायरा बानो दिलीप कुमार साहब को करीब से जानने के लिए ही फिल्मों में आई थीं. सायरा बानो के लिए दिलीप कुमार से बढ़कर दुनिया में कोई अजीज नहीं था.
दिलीप साहब भले ही इस दुनिया को छोड़कर चले गए हों, लेकिन उनके प्रति सायरा का प्यार आज भी कम नहीं हुआ है. वे अक्सर सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें शेयर कर उन्हें याद करती रहती हैं. सायरा ने अपनी एक पोस्ट में उन्हें याद करते हुए लिखा था, “दिलीप साहब की कमी कभी पूरी नहीं हो सकती… मैं आज भी उनके साथ हूं- सोच में, मन में और जिंदगी में. इस जन्म में भी और अगले जन्म में भी, मेरी आत्मा ने उनके बिना भी उनके साथ चलना सीख लिया है.”
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जेपी/एएस