अमृतसर पुलिस से मिला नोटिस तो योगा गर्ल अर्चना का आया ये बयान, कहा- वह अब किसी भी गुरुद्वारे में नहीं जाएंगी

अमृतसर, 26 जून . विश्व योग दिवस के दिन पंजाब के अमृतसर स्थित श्री हरमंदिर साहिब (श्री दरबार साहिब) में जाकर योग करने वाली अर्चना मकवाना की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. गुजरात के वडोदरा की रहने वाली अर्चना मकवाना को अमृतसर पुलिस द्वारा नोटिस भेजा गया है.

अमृतसर पुलिस द्वारा जारी नोटिस में अर्चना को वहां की पुलिस के सामने 7 दिन के भीतर पेश होने के लिए कहा गया है. ऐसा नहीं करने पर पंजाब पुलिस उसे वडोदरा (गुजरात) से गिरफ्तार कर सकती है.

एसजीपीसी की शिकायत के आधार पर अमृतसर में अर्चना मकवाना के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. ऐसे में अमृतसर पुलिस द्वारा पहले अर्चना मकवाना के खिलाफ दर्ज किए गए मामले की जांच की जाएगी. उसके बयान दर्ज होंगे और उसके बाद ही उसकी गिरफ्तारी की जाएगी.

अर्चना को ऐसे में पंजाब पुलिस द्वारा नोटिस जारी कर पेश होने के लिए कहा गया है. जिसमें साफ कहा गया है कि वह पुलिस के सामने आकर अपना बयान दर्ज कराएं.

अर्चना मकवाना को इससे पहले जान से मारने की धमकी भी इस पूरे मामले को लेकर मिल चुकी है. जिसको लेकर वडोदरा पुलिस की तरफ से उसे सुरक्षा मुहैया कराई गई है. जिसके लिए उसने वडोदरा पुलिस का सोशल मीडिया के जरिए धन्यवाद भी किया था.

वहीं, सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर अर्चना मकवाना ने पूरे समाज से माफी मांगी है और कहा है कि वह किसी भी गुरुद्वारे में नहीं जाएंगी. अर्चना वीडियो में कहती सुनी जा सकती हैं कि मेरे खिलाफ पंजाब पुलिस में एफआईआर हो चुकी है. मैंने गलत सोच के साथ कुछ भी नहीं किया था. मेरी सोच थी कि पंजाब के लोगों के मन में भी योग को लेकर कुछ विचार जगे. मैंने बस इसी सोच के साथ वहां योग किया. जिसने उस समय मेरी तस्वीर निकाली, वह भी सरदार जी ही थे. लेकिन, उन्होंने भी नहीं बताया कि मैं गलत कर रही हूं. फिर भी किसी की भावना को मेरी वजह से ठेस पहुंची या किसी का दिल दुखा है तो उसके लिए मैं माफी मांगती हूं. क्योंकि मेरा इरादा गलत नहीं था. ऐसे में कृपया इसको धार्मिक और राजनीतिक मुद्दा ना बनाएं, मैं सबसे हाथ जोड़कर यही अपील करती हूं. क्योंकि, इसकी वजह से मुझे जान से मारने से लेकर ना जाने कितनी तरह की धमकियां मिल चुकी हैं.

बता दें कि अर्चना ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर यह भी कहा कि किसी भी मीडिया चैनल को वह इस मामले को लेकर कोई इंटरव्यू और बयान नहीं देंगी क्योंकि उसकी बातों को तोड़-मरोड़ कर मीडिया पेश करेगी और उसकी परेशानी और बढ़ जाएगी. ऐसे में मीडिया के जो लोग उससे इस मामले में बयान या इंटरव्यू के लिए संपर्क स्थापित कर रहे हैं, वह ऐसा करना बंद कर दें.

जीकेटी/